किसान आंदोलन : दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर संयुक्त मोर्चा नाराज

2/24/2021 8:59:37 AM

सोनीपत : दिल्ली पुलिस द्वारा गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की गिरफ्तारी और टिकरी बॉर्डर पर लगाए गए नोटिस के बाद किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने इन दोनों मामलों को केंद्र सरकार की कार्रवाई बताते हुए कड़ा विरोध जताया है। इस मामले में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से डा. दर्शनपाल ने बयान जारी करते हुए इन कार्रवाई को किसानों को बदनाम करने की साजिश बताया। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह की कार्रवाई से किसान आंदोलन कमजोर होने की बजाय मजबूत होता जाएगा।

संयुक्त किसान मोर्चा के डा. दर्शनपाल ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों के संघर्ष को बदनाम करने आए भाजपा के नेता व कार्यकत्र्ताओं ने किसानों के साथ मारपीट की। पुलिस ने भाजपा कार्यकत्र्ताओं पर कार्रवाई करने की बजाय किसानों को ही गिरफ्तार कर लिया। सरकार की किसान विरोधी साजिशों का हम कड़ा विरोध करते हैं। भाजपा द्वारा किसान आंदोलन को बदनाम करने की रोज कोशिशें की जा रही हैं। हम इन्हें सफल नहीं होने देंगे और किसानों का यह संघर्ष जरूर कामयाब होगा। टिकरी धरने पर दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें किसानों को धरनास्थल खाली करने की चेतावनी दी गई है। इस तरह के पोस्टर अप्रासंगिक हैं जहां किसान अपने मौलिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए शांतमयी प्रदर्शन कर रहे हैं। हम पुलिस के इस कदम का विरोध करते हैं और किसानों से अपील करते हैं कि शांतिपूर्ण विरोध जारी रखें।  

23 मार्च तक सरकार नहीं मानी तो भगत सिंह का भतीजा करेगा अनशन
कुंडली बॉर्डर पर पगड़ी संभाल दिवस मनाने पहुंचे शहीद भगत सिंह के भतीजे अभय संधू ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने भगत सिंह के शहीदी दिवस 23 मार्च तक किसानों की मांग नहीं मानी तो वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे। किसान नेताओं ने कहा कि एक समय में पगड़ी किसान की शान होती थी लेकिन सरकार उस पगड़ी को फांसी का फंदा बना रही है। खेती पहले ही संकट से गुजर रही है और यह कानून बनाकर सरकार खेती व किसान को पूरी तरह से बर्बाद करना चाहती है।

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Content Writer

Manisha rana