कैश खत्म होने पर उपभोक्ताओं का गुस्सा फूटा

11/16/2016 7:34:39 PM

कुरुक्षेत्र (धमीजा): बैंकों में मंगलवार को भी अफरा-तफरी का माहौल रहा। दोपहर से पहले ही कई बैंकों में कैश खत्म होने के कारण लोगों को मानसिक परेशानी झेलनी पड़ी। ए.टी.एम. बूथ के बाहर लोगों को घंटों कतारों में खड़े होकर कैश का इंतजार करना पड़ा क्योंकि ए.टी.एम. पर कुछ ही घंटों बाद नकदी खत्म हो गई थी। ए.टी.एम. के शटर डाऊन कर दिए। कई बैंकों के बाहर कैश न होने के बोर्ड भी लगा दिए गए। 500 व 1,000 रुपए के नोट बदलवाने के लिए कई दिनों से बैंकों में लोग जद्दोजहद कर रहे हैं। बाजार के साथ घरों की अर्थव्यवस्था पूरी तरह डगमगा गई है। खाद्य सामान लेने के लिए बच्चों की गुल्लकों से जमा पैसे निकाले जा रहे हैं। बाजार में बड़े नोटों का प्रचलन खत्म होने के कारण छोटे नोटों का टोटा बन गया है।

 
बैंक सूत्रों ने बताया कि अभी ए.टी.एम. उपभोक्ताओं को 500 व 2,000 के नए नोट के लिए इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि ए.टी.एम. में इन नोटों को डालने का बॉक्स तैयार नहीं हुआ है। जब तक ए.टी.एम. इन बॉक्सों में तबदील नहीं करते, तब तक 2,000 के नोट मशीनों में नहीं डाले जा सकते। लोग लॉकर में रखे नोट व ज्वैलरी भी निकालकर ले जा रहे हैं। 


उपभोक्ता अनिरुद्ध, हर्ष व अंकित शर्मा आदि ने आज सैक्टर-13 में पंजाब नैशनल बैंक महिला शाखा के बाहर बताया कि वे 1,000 व 500 के नोट एक्सचेंज करवाने आए थे लेकिन बैंक अधिकारियों ने साफ मना कर दिया। बैंक कर्मियों ने कहा कि कैश खत्म हो गया है। कुछ दिन पहले भी वे मनी एक्सचेंज करवाने आए थे लेकिन तब कहा था कि यहां एक्सचेंज काऊंटर बंद कर दिया है।

 
कई उपभोक्ताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सैक्टर-13 स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा, इलाहाबाद बैंक व देना बैंक में भी मनी एक्सचेंज करवाने गए तो वहां भी टका-सा जवाब मिला कि कैश खत्म है। आप पैसे डिपोजिट करवाकर चैक व पासबुक से बैंक से ले सकते हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि बैंक अधिकारी जनता का सहयोग नहीं कर रहे। उन्हें स्पष्ट जानकारी नहीं दी जाती। कैश खत्म होने की बात कह कर अगले दिन बुलाया जाता है लेकिन जब तक उनका नम्बर आता है, कैश खत्म करार दे दिया जाता है। बैंक अधिकारियों को आई.डी. रखकर अगले दिन जो कैश न मिलने से वंचित रह गए थे, को पहले कैश देना चाहिए।