कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर 37 साल में पहली बार 2014 में खिला कमल

3/20/2019 9:54:44 AM

कैथल (महीपाल): कुरुक्षेत्र में महाभारत की लड़ाई के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। महाभारत 2 पक्षों की आमने-सामने की लड़ाई थी। अब 2019 की राजनीतिक लड़ाई लोकसभा चुनाव में मुकाबला कई पक्षों के बीच होगा। इस समय कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र का जो राजनीतिक वातावरण उसे देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि चुनावी लड़ाई रोमांचक होगी। 1977 में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट का गठन हुआ था और 2014 में पहली बार कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी विजयी हुई। इससे पहले कांग्रेस, हविपा और इनैलो प्रत्याशी इस सीट से सांसद चुने जाते रहे हैं। लोकसभा क्षेत्र कुरुक्षेत्र के अंदर कुल 9 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें लाडवा, शाहाबाद, थानेसर, पिहोवा, रादौर, गुहला, कलायत, कैथल और पूंडरी विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 

2014 में भाजपा से राजकुमार सैनी बने थे सांसद
भारतीय जनता पार्टी से राजकुमार सैनी ने 2014 में कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और उन्होंने कांग्रेस पार्टी से 2 बार लगातार सांसद रह चुके उद्योगपति नवीन जिंदल को हराया। इस चुनाव में राजकुमार सैनी को करीब 37 फीसदी वोट के साथ 4,18,112 मत मिले थे, जबकि इनैलो के बलबीर सैनी को 25 फीसदी वोट के साथ कुल 2, 88, 376 वोट मिले थे, जबकि 2004 और 2009 में कुरुक्षेत्र से सांसद रहे कांग्रेस के नवीन जिंदल को 2,87,722 वोट मिले थे। 

लोकसभा के लिए ताल ठोक रहे हैं विधायक, मंत्री 
हिंदुस्थान की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा में पहुंचने के लिए हरियाणा के मंत्री और विधायक भी ताल ठोक रहे हैं। भाजपा सरकार के एक मंत्री और एक विधायक ने दिल्ली और प्रदेश दरबार के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर अपना दावा पेश किया है। इनका मानना है कि लोकसभा चुनाव में नमो और मनो के सहारे उनकी जीत आसानी से हो जाएगी। 

Deepak Paul