...अब लाल डोरा मुक्त होंगे हरियाणा के 75 गांव, सीएम खट्टर ने की बैठक

12/8/2019 12:12:46 AM

गुरुग्राम/चंडीगढ़(धरणी): मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुग्राम में आयोजित एक बैठक में कहा कि कई जगहों से गांवों का लाल डोरा बढ़ाने की मांग आई थी, लेकिन हमारी योजना है कि ऐसी व्यवस्था की जाए कि लाल डोरा खत्म हो जाए। इसके लिए करनाल जिले के गांव सिरसी-भाकरा में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत पूरे गांव के रकबे की पैमाइश करके उसमें अलग-अलग प्रकार की जमीन की पहचान की गई है। पूरी जमीन की कली से मार्किंग करके ग्राऊंड टूऊथिंग ड्रोन से की गई है।

हरियाणा में सर्वे ऑफ इंडिया के साथ मिलकर लैंड मैपिंग को लेकर शनिवार को गुरुग्राम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में बैठक की गई। इस बैठक में प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी मौजूद रहे। बैठक में करनाल जिले के गांव सिरसी-भाकरा में जमीन की पैमाईश और उसका स्टेटस पता करने के लिए किए जा रहे कार्य पर विस्तार से चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि कई जगहों से गांवों का लाल डोरा बढ़ाने की मांग आई थी लेकिन हमारी योजना है कि ऐसी व्यवस्था की जाए कि लाल डोरा खत्म हो जाए। इसके लिए करनाल जिला के गांव सिरसी-भाकरा में एक पायलट प्रोजैक्ट शुरू किया गया है जिसके अंतर्गत पूरे गांव के रकबे की पैमाइश करके उसमें अलग-अलग प्रकार की जमीन की पहचान की गई है।

बैठक में करनाल के उपायुक्त ने बताया कि इस गांव की हर संपति की पहचान करके उसकी आईडी जेनरेट की गई हैं। इसके बाद अब ग्राम पंचायत के माध्यम से सभी ग्रामीणों को सूचित किया गया है कि वे नोटिस बोर्ड पर चस्पा किए गए डाटा के सही होने की पुष्टि कर लें और यदि कोई आपत्ति हो तो 24 दिसंबर तक अपनी आपत्ति दर्ज करवाएं।

इसी प्रोजेक्ट को करनाल जिले के अन्य पांच गांवों काछवा, इेमदा, जुंडला, शाहपुर और कमालपुर में भी लागू किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि इसी प्रकार का प्रयोग प्रदेश के 15 जिलों के 5-5 गांवों में भी किया जाएगा। करनाल का गांव सिरसी-भाकरा लाल डोरा मुक्त होने के बाद प्रदेश के 75 गांवों को लाल डोरा मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यही नहीं, प्रदेश के सोनीपत, करनाल और जींद शहरों में भी संपति की मैपिंग की जाएगी।

Shivam