मुआवजा दिलवाने के नाम पर हेरा-फेरी, हस्ताक्षर करवा हड़पी दलितों की जमीन

7/11/2018 10:48:03 AM

चरखी दादरी(भूपेंद्र): चरखी दादरी के गांव कमोद में सरकार द्वारा दलित वर्ग के लोगों को वर्षों पूर्व दी गई जमीन की कुछ लोगों ने फर्जी रजिस्ट्री करवाकर हड़प ली। इस मामले का खुलासा पीड़ित परिवारों द्वारा सी.एम. विंडो पर दी शिकायत के बाद हुआ। पूरे मामले को लेकर पीड़ित प्रशासनिक अधिकारियों से मिले और लिखित में ज्ञापन सौंपकर जांच व केस दर्ज करने की मांग की है। 

जानकारी के अनुसार गांव कमोद के दलित वर्ग के दर्जनों परिवारों को सरकार द्वारा करीब 8 एकड़ जमीन सोसायटी अनुसार दान में दी थी। अब कुछ लोगों ने इन परिवारों की आधी जमीन मुआवजा दिलवाने के नाम पर हड़प ली। मुआवजा राशि नहीं मिलने पर पीड़ित परिवार अधिकारियों के दरबार पहुंचे तो इसका खुलासा हुआ। बाद में पीड़ितों ने सी.एम. विंडो पर शिकायत दर्ज करवाई तो सामने आया कि उनको मुआवजा नहीं, बल्कि जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए फोटो और दस्तख्त करवाए गए थे। पीड़ितों ने बताया कि उनकी जमीन का मुआवजा दिलवाने के नाम पर 3 लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी तौर पर फोटो, हस्ताक्षर करवा कर किसी और के नाम रजिस्ट्री करवा दी। इतना ही नहीं नम्बरदार के भी फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं।

लघु सचिवालय में अधिकारियों को शिकायत देने पहुंचे गांव कमोद के ग्रामीण ईश्वर, रमेश कुमार, कुलदीप, राजेश, नवीन कुमार, मनोज, थावर सिंह, आजाद सिंह, राजवंती, बाला देवी, कांता देवी, उर्मिला, सरोज, रमन, पूनम, सुदेश, कोशल्या, ललिता आदि ने बताया कि कई सालों से वे सरकार की ओर से दी गई सोसायटी की जमीन पर खेतीबाड़ी कर अपना गुजर-बसर करते आए हैं। दर्जनों परिवारों की आजीविका इस जमीन पर निर्भर है। इस जमीन से ड्रेन निकाली गई थी जिसका मुआवजा उन्हें मिलना था। इस दौरान 3 लोगों ने उन्हें अपने झांसे में लिया कि मुआवजा आया हुआ है। तीनों लोगों ने धोखाधड़ी कर उनके फोटो व हस्ताक्षर करवा कर उक्त जमीन को किसी और के नाम करवा दिया है। वहीं गांव के नम्बरदार धज्जाराम नेे बताया कि रजिस्ट्री पर उसके फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं।

Rakhi Yadav