सिरसा में जनजीवन प्रभावित, आवश्यक वस्तुओं की कमी से जूझ रहे हैं लोग

8/26/2017 1:28:13 PM

सिरसा: डेरा प्रमुख को दोषी करार देने के बाद हुई हिंसक घटनाअों के कारण अौर सिरसा में प्रशासन द्वारा कड़े प्रतिबंध लगाए जाने के बाद लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लोगों को आवश्यक वस्तुअों की कमी से जुझना पड़ रहा है।  सीबीआई की एक अदालत द्वारा 15 साल पुराने एक मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सजा सुनाए जाने के बाद उनके अनुयायियों द्वारा भारी पैमाने पर की गई हिंसा के बाद किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाए जाने के बाद डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय वाले स्थान सिरसा में जनजीवन प्रभावित हुआ है।   

पंथ मुख्यालय के नजदीक स्थित एक दूध संयंत्र में प्रदर्शनकारी अनुयायियों द्वारा आग लगाए जाने के कारण कई इलाकों में दूध की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।   पुलिस अधिकारी ने बताया कि पंचकूला में सीबीआई अदालत द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को यौन उत्पीड़न के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अनुयायी हिंसक हो उठे और दूध के एक संयंत्र में आग लगा दी। उन्होंने बताया कि कुछ घंटों के भीतर आग पर काबू पा लिया गया। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं होने के कारण होटलों को भी समस्याओं को सामना करना पड़ रहा है। साथ ही प्रतिबंधों के कारण होटल कर्मचारी अपने कार्यस्थलों पर नहीं पहुंच सके।   

डेरा मुख्यालय से करीब चार किलोमीटर दूर अपने घर में कौर ने कहा, ‘‘पिछले दो दिनों से मैं अपने घर के लिए आवश्यक वस्तुएं खरीदने में असमर्थ रही हूं क्योंकि मेरे पास रूपया नहीं है और एटीएम बंद पड़े हुए हैं। अधिकारियों को चाहिए कि आवश्यक सुविधाएं शुरू करे ताकि लोगों को किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़े।’’ एहतियाती उपाय के तहत विद्यालयों, कॉलेजों, सिनेमा हॉल, पेट्रोल पंपों को भी बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने डेरा मुख्यालय के आसपास के इलाकों में गुरूवार को कर्फ्यू लगा दिया था।