विरासत में मिली पुतला बनाने की कला, विदेशियों से मिल चुकी है सराहना

10/23/2023 6:43:00 PM

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): शहर के मॉडल टाउन में स्थित दशहरा ग्राउंड में इस बार विजयदशमी पर 75 फिट ऊंचे दशानन के पुतले का दहन किया जाएगा। जो गत वर्ष से पांच फीट अधिक ऊंचा रहेगा। दशहरा ग्राउंड में दहन के लिए दशानन सहित मेघनाथ व कुंभकरण के पुतले मॉडल टाउन के श्री सनातन धर्म मंदिर में तैयार हो रहे हैं, जिन्हें मंदिर सभा की ओर से मॉडल कॉलोनी के मनचंदा परिवार द्वारा बनवाया जा रहा है।

बता दें कि मनचंदा परिवार की यह तीसरी पीढ़ी है, जो रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतले तैयार कर रही है। परिवार की लगातार तीसरी पीढ़ी पूर्वजों से मिली पुतले बनाने की कला को बरकरार रखे हुए है। परिवार के महेंद्र मनचंदा, उनके बेटे पंकज मनचंदा इस बार 75 फीट के दशानन व 65-65 फीट के मेघनाद व कुंभकरण के पुतले तैयार कर रहे हैं। जिनका इस बार विजय दशमी पर 24 अक्तूबर को दशहरा ग्राउंड में दहन होगा। तीनों ही पुतले गत वर्षों से पांच फीट ऊंचे बनाए जा रहे हैं।

मनचंदा परिवार के पूर्वज पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में विजयदशमी के मौके पर पुतले बनाने का कार्य करते थे। इसी परिवार से मॉडल कॉलोनी निवासी महेंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि वह 40 वर्षों  से रावण का पुतला बनाते आ रहे हैं। उनके चाचा विश्वनाथ पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में पुतले बनाने का ही कार्य करते थे। उनको यह कला विरासत में मिली है। अब वे स्वयं, उनके बेटे पंकज मनचंदा और भतीजा इस कला को बरकरार रखने का प्रयास कर रहे हैं।

महेंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि वर्ष-2006 में विजयदशमी पर विदेशी पर्यटक भी उनकी इस कलाकृति को देखने के लिए आए थे। तब विदेशी पर्यटकों ने उनकी कला को सराहा और पुतलों को बनाने की विधि को जाना। आज भी उनको हर वर्ष आसपास के जिले सहित दूसरे प्रदेशों से भी पुतले बनाने की पेशकश आती है, उनकी केवल यही ख्वाहिश है कि इस कला को जीवित रख अगली पीढ़ी को इसे सुरक्षित सौंप दिया जाए।

(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।) 
  (हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 

Content Writer

Saurabh Pal