नदी के जहर बने पानी से खतरे में जिंदगियां, हैपेटाइटिस-सी के बाद बढ़ रहे कैंसर के मरीज

12/30/2019 11:16:39 AM

रतिया (झंडई) : रतिया क्षेत्र पहले हैपेटाइटिस-सी की चपेट में था और अब धीरे-धीरे कैंसर की चपेट में आता नजर आ रहा है। इसका मुख्य कारण क्षेत्र का पानी लोगों के पीने योग्य नहीं है और पानी खराब होने के कारण लोगों को अनेक तरह की बीमारियां लग रही हैं।काफी समय पहले क्षेत्र में हैपेटाइटिस-सी की बीमारी फैली थी तो इस बीमारी ने अनेक जिंदगियों को मौत की नींद सुला दिया था इस कारण स्वास्थ्य विभाग व रैडक्रॉस ने क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति का रक्त बिना किसी जांच किए दूसरे को चढ़ाने व रक्तदान कैम्पों पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।

इस तरह की बीमारी के फैलने के पीछे भले ही विभाग ने अनेक तथ्यों को उजागर करते हुए विशेष हिदायतें दी थी, लेकिन क्षेत्र के लोगों का मानना है कि शहर के समीप बहने वाली घग्गर नदी का जहर बना पानी ही क्षेत्र के लोगों की जिंदगी के लिए मौत का कारण बना हुआ है। पंजाब व हिमाचल के अलावा विभिन्न राज्यों से दूषित होकर निकलने वाली इस घग्गर नदी में अनेक उद्योगों का पानी डाला जा रहा है, जिस कारण दोनों राज्यों के अलावा हरियाणा व राजस्थान क्षेत्र के लिए किसी समय में वरदान साबित होने वाली यह नदी दूषित हो चुकी है।

हालांकि इस दूषित पानी से छुटकारा पाने के लिए क्षेत्र के लोग सत्ता में आने वाली अनेक सरकारों के समक्ष अपना संघर्ष दिखा चुके हैं और यहां तक की सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा भी इस नदी को साफ करने का बार-बार आश्वासन भी दिया जा चुका है, लेकिन उसके बावजूद भी दूषित हुई घग्गर साफ नहीं हो पाई है।

Isha