600 बच्चों के लिए मात्र एक ही कैम्पर, पीने के पानी के लिए भटकते नजर आए बच्चें

11/15/2019 11:39:55 AM

जींद (हिमांशु) : बाल भवन में बाल दिवस के मौके पर आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में अव्यवस्थाओं का बोल बाला रहा। अधिकारियों की आंखों के नीचे बच्चों की जान खतरे में नजर आई। कार्यक्रम में 600 बच्चों की प्यास बुझाने के लिए पानी का मात्र एक ही कैम्पर नजर आया जिसके खत्म होने के बाद बच्चे पीने के पानी के लिए भटकते नजर आए। जिला स्तरीय कार्यक्रम में साफ नजर आ रहा था कि व्यवस्थाओं के नाम पर महज खानापूर्ति की गई थी।

इस बारे में बाल भवन इंचार्ज अनिल कुमार ने इस सारे मामले में अनभिज्ञता जताई है। वीरवार को बाल भवन में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया था। इसमें जिलेभर के स्कूलों से 600 के करीब बच्चे पहुंचे थे। बच्चों के साथ उनके स्टाफ सदस्य भी थे। इलैक्ट्रिशियन द्वारा छोड़ी गई बिजली की तारों के कारण बच्चों की जान पूरे आयोजन के दौरान खतरे में बनी रही। उन तारों पर किसी भी प्रकार से कोई टेप नहीं लगाई गई थी। सवाल यह है कि ऐसे में अगर किसी भी बच्चे के साथ कोई हादसा हो जाता तो उसका जिम्मेदार कौन होता।

कार्यक्रम में बाल भवन के अधिकारी, अतिथि और विशिष्ट अतिथि भी वहीं मौजूद थे। इनमें से किसी ने भी इतनी बड़ी चूक की तरफ ध्यान नहीं दिया।कार्यक्रम में लगाए गए 10 लाऊडस्पकीरों में से आधे ही काम कर रहे थे। पंडाल में लगभग 6 लाऊडस्पीकर पीछे लगे हुए थे,जिनकी आवाज पीछे बैठे लोगों को सुनाई नहीं दे रही थी। उनमें आवाज नहीं आने का जैसे ही इलैक्ट्रिशियन को पता चला तो बच्चों के  मंच पर चल रहे कार्यक्रम के बीच में ही उनको ठीक किया गया।   

Isha