कांग्रेस में प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर लॉबिंग शुरू

1/30/2019 10:46:36 AM

चंडीगढ़(बंसल): जींद उपचुनाव से निपटते ही हरियाणा कांग्रेस में प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर लॉङ्क्षबग शुरू हो गई है जिसके चलते हुड्डा समर्थक विधायकों ने दिल्ली में पार्टी प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की। इनमें कुलदीप शर्मा, गीता भुक्कल, करण दलाल, शकुंतला खटक, जयबीर वाल्मीकि, ललित नागर तथा जयतीर्थ दहिया सहित 12 विधायक शामिल थे।

 विधायकों ने प्रदेश के राजनीतिक हालात पर चर्चा की, वहीं दो टूक कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सत्ता चाहिए तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कमान सौंपनी पड़ेगी। यहां बता दें कि हुड्डा समर्थक विधायकों ने काफी समय पहले पार्टी हाईकमान को लिखित में पत्र भेजा था जिसमें तंवर की अध्यक्षता पर सवाल लगाते हुए हुड्डा को कमान सौंपने की बात कही गई थी। यह मामला बीच में शांत हो गया था। 

जींद उपचुनाव के दौरान ही गुलाम नबी आजाद को हरियाणा कांग्रेस प्रभारी नियुक्त किया गया था। पार्टी की गुटबाजी से निपटना उनके लिए चुनौती माना जा रहा है और आज से उनके समक्ष गुटबाजी का खेल शुरू हो गया। इससे पूर्व कमलनाथ पार्टी प्रभारी थे लेकिन गुटबाजी पर वह भी लगाम नहीं कस पाए थे, ऐसे में चुनावी आहट के दिनों में कांग्रेसियों को एक मंच पर लाना उनके लिए आसान नहीं दिख रहा। हालांकि पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली में स्वयं हुड्डा के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी। जींद उपचुनाव दौरान जैसे एकजुटता दिखाई दी, उससे लग रहा था कि संभवत: गुटबाजी खुलकर सामने नहीं आएगी, लेकिन हुड्डा समर्थक विधायकों ने खुलकर हुड्डा के पक्ष में बात की है उससे लगता है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के भीतर ज्यादा कलह देखने को मिलेगी। 

माना जा रहा है कि जींद उपचुनाव परिणाम के बाद ही कोई फैसला हो सकता है क्योंकि अगर जींद में कांग्रेस प्रत्याशी रणदीप सिंह सुर्जेवाला जीत हासिल करते हैं तो तंवर की कुर्सी बरकरार भी रह सकती है और अगर परिणाम उलट रहा तो संगठन में फेरबदल तय है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर की पार्टी प्रभारी गुलाम नबी आजाद से मुलाकात नहीं हो पाई है। तंवर का कहना है कि जल्द ही वह आजाद से मुलाकात कर संगठन के कार्यों की जानकारी देंगे।

Deepak Paul