3 ट्रेनों के ठहराव के मुद्दे पर  लोकसभा चुनाव में मचेगा घमासान

4/20/2019 10:47:43 AM

फरीदाबाद(सुधीर राघव): हरियाणा में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फरीदाबाद-पलवल लोकसभा क्षेत्र के सांसद और केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपने 5 साल के कार्याकाल में दिल्ली-मुंबई राष्ट्रीय रेल राजमार्ग के फरीदाबाद और पलवल स्टेशनों पर 3 रेल गाडिय़ों का ठहराव नहीं करवा सके। अब यह मुद्दा लोकसभा चुनाव में भी चर्चाएं बटोर रहा है। 22 लाख की आबादी वाले फरीदाबाद में करीब 2 लाख आबादी दक्षिण भारत के लोगों की है जिसमें से करीब 5 हजार वोटर भी शामिल हैं।

लेकिन इन लोगों की मांग के बावजूद फरीदाबाद और पलवल स्टेशनों पर नई दिल्ली से त्रिवेन्दरम के लिए चलने वाली रेल गाड़ी संख्या 12626 केरला एक्सप्रेस और नई दिल्ली से चैन्नई के चलने वाली गाड़ी संख्या 12616 जीटी एक्सप्रेस और निजामुद्दीन से जलबपुर तक चलने वाली गाड़ी संख्या 12191 श्रीधाम एक्सप्रेस का ठहराव फरीदाबाद या पलवल नहीं बन सका। हालांकि इस मार्ग पर बड़ी संख्या में फरीदाबाद से ही सफर करने वाले दक्षिण भारतीय लोग हैं जो इन गाडिय़ों से अपने गनतव्य स्थान तक जाना चाहते हैं। लेकिन इन गाडिय़ों का नई दिल्ली से चलने के बाद सीधा ठहराव मथुरा स्टेशन पर ही होता है। 

रेलवे युनियन के नेता बाबुलाल शर्मा की माने तो वह पिछले 3 सालों से इन गाडिय़ों के ठहराव की मांग कर रहे है। कई बार केन्द्रीय मंत्री और सांसद कृष्णपाल गुर्जर से भी इन मुद्दों पर मिल चुके हैं और उन्होंने मांग पत्र भी दिया। उनकी माने तो रेलवे बोर्ड दो गाडिय़ों केरला एक्सप्रेस और जीटी एक्सप्रेस के फरीदाबाद में ठहराव पर सहमति जता चुका था। लेकिन बोर्ड के अधिकारियों ने फरीदाबाद-पलवल के सांसद से एप्रूवल भेजने का प्रस्ताव युनियन नेता को दिया। जब युनियन नेता उनके पास पहुंचे सांसद इस बात के लिए राजी नहीं हुए। तभी इन गाडिय़ों के ठहराव का मामला अटका हुआ है।  

अस्पतालों व एमएनसी में हैं दक्षिण भारतीय: फरीदाबाद में छोटे बड़े मिलाकर करीब 40 से ज्यादा अस्पताल और मल्टीनेशनल कंपनियों में अधिकांश स्टॉफ दक्षिण भारत का है। अस्पतालों में नर्सिंग कर्मियों का अधिकतर काम केरल, तमिलनाडु, उड़ीसा व आन्ध्रप्रदेश, कर्नाटका की महिलाएं ही काम कर रही है। वहीं सरकार अस्पतालों में भी यही आलम है। ऐसे में इन लोगों की मांग रहती है कि फरीदाबाद से इन दोनों गाडिय़ों का ठहराव हो। इससे पूर्व पश्चिम एक्सप्रेस और झेलम एक्सप्रेस, एरनाकुलम एक्सप्रेस से सफर करना पड़ रहा है। जिसके चलते इन ट्रेनों में यात्रियों को फरीदाबाद से आरक्षण मिलना भी परेशानी का सबब बना हुआ है। लम्बी वेटिंग होने से कई बार वेटिंग भी क्लीयर नहीं होती और यात्रियों को लम्बी दूरी तक जाने के लिए समझौता करना पड़ रहा है।

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