लव जिहाद के आरोपों से मुक्त हुआ ''हिमांशी-नबील'' का प्यार, पुलिस के जिम्मे प्रेमी जोड़े की सुरक्षा

7/17/2019 11:09:48 PM

यमुनानगर (सुमित): उत्तर-प्रदेश की साक्षी मिश्रा के प्रेम विवाह आज पूरे देश मे चर्चा में है। वहीं हरियाणा के जिला यमुनानगर में भी एक प्रेमी जोड़ा जो लव जिहाद के आरोपों से घिरा हुआ था, जिसे कोर्ट ने मुक्त  कर दिया है। वहीं कोर्ट ने इस प्रेमी जोड़े की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के हाथों सौंपी है। वहीं मामला संवेदनशील होने के चलते पूरे सुनवाई के दौरान कोर्ट को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।



दरअसल, इस प्रेमी जोड़े की लड़की हिन्दू धर्म से सम्बंध रखती है, वहीं उसका प्रेमी मुस्लिम धर्म से है। जिस कारण इनके प्रेम-संबंधों पर लव जिहाद के आरोप लगे थे। यह मामला कोर्ट में विचारधीन भी था, जिसपर कोर्ट ने फैसला सुनाया कि लड़का-लड़की बालिग हैं, वे अपनी मर्जी से जहां चाहे जा सकते हैं। कोर्ट ने पुलिस को कहा कि लड़की जहां जाना चाहती है, उसे वहां सुरक्षित छोड़ा जाए।




इन दोनों का पिछले काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था और अब ये विवाह के परिणय सूत्र में बंधना चाह रहे थे, लेकिन इनके आड़े धर्म-मजहब की दीवार आ रही थी। क्यों कि हिमांशी हिन्दू धर्म से सम्बंध रखती है और इसके पिता संघ वर्कर है और लंबे समय से संघ से जुड़े है। वहीं नबील मुस्लिम धर्म से सम्बंध रखता है।


अपना प्यार पाने के लिए कुछ दिन पहले हिमांशी घर से बिना बताए चली गई थी। जिसके बाद हिमांशी के परिवार ने नबील पर उसको घर से भगाने के आरोप लगाए थे। वहीं मामला संघ वर्कर की बेटी से जुड़ा होने के चलते सुर्खियों में पहुंच गया, जिसके बाद एडीजीपी तक को यहां आना पड़ा।


इधर परिवार और पुलिस हिमांशी को ढूढने में लगे थे वहां नबील और हिमांशी ने पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट में सुरक्षा याचिका लगाई। जिसके कुछ दिन बाद हिमांशी के वहां से किडनैप होने की सूचना मिली। पुलिस फिर से लड़की तलाश  करने में जुटी रही। लड़की का कुछ पता नहीं चल रहा था। कुछ दिनों बाद लड़की को उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिले के एक मदरसे से बरामद किया और फिर कोर्ट में पेश किया।


कोर्ट में उसने यही कहा कि वो अपनी मर्जी से गई थी, इस बात से किसी का लेना देना नहीं है। पुलिस उसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर उसे नारी निकेतन करनाल छोड़ आई। जहां से उसे उसकी मर्जी जानने के लिए तीन बार कोर्ट में पेश किया गया। उसका जवाब यही था कि में नबील के साथ ही रहेगी। कोर्ट में नबील और हिमांशी दोनों को पेश किया गया। जहां कोर्ट ने फैसला हिमांशी का पक्ष जानकर उसे नबील के साथ जाने की आजादी दे दी, वहीं पुलिस को इनकी सुरक्षा का जिम्मा सौंपा।

Shivam