व्यापारी घाटे के चलते पागल हुआ और खो गया, 12 साल बाद अपनों से मिला (VIDEO)

2/2/2019 10:22:13 PM

सोनीपत(पवन राठी): व्यापार में घाटे को लेकर मानसिक रूप से परेशान एक व्यवसायी जो 12 साल बाद अपने घरवालों से मिला। और यह सब सोनीपत के विशेष बच्चों के स्कूल के संचालक कोशिश चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन जितेंद्र अग्रवाल के प्रयासों के चलते संभव हो सका। जिनको व्यापारी 9 साल पहले सोनीपत की सड़कों पर भटकते भिखारी के रूप में मिला था। उसके बाद जितेंद्र ट्रस्ट के चेयर मैन ने अपने पास रख लिया और उसे खाने पीने और रहने के लिए जगह दी।

कुछ दिन पहले ही जितेंद्र ने लावारिस व्यक्ति की प्रतिभा को देखते हुए एक कागज और पेन लिखने को दिया तो दिमागी रूप कमजोर उस व्यक्ति ने लिखते लिखते अपने घर का पता भी लिख दिया। जिससे पता चला कि वह भिखारी छत्तीसगढ़ का एक व्यापारी था, जो व्यापार में घाटे के चलते मानसिक रूप से परेशान हो गया था और घर से निकल गया था।


लिखे पते पर घर वालों को बुलाया गया और व्यापारी मुरलीधर को उसके घर वालों को सौंप दिया गया। घरवालों ने संस्था का तहे दिल से धन्यवाद किया है। इसी दौरान मुरलीधर के परिजनों ने सारी कहानी सुनाई। उन्होंने बताया कि 12 साल पहले व्यापार में घाटे को लेकर दिमागी संतुलन खो देने वाले मुरलीधर अग्रवाल का उनकी पत्नी और परिवार जन इलाज के लिए दिल लेकर आए थे। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मुरलीधर कहीं बिछड़ गए।

वहीं आज मुरलीधरन को पाकर उनके परिजन काफी खुश हैं। छत्तीसगढ़ से भूपेंद्र कुमार मुरलीधर के दामाद और शिवम अग्रवाल उनके नाती उनको लेने के लिए यहां पहुंचे। मुरलीधर का भरा पूरा परिवार है, इसमें तीन लड़की और उनके एक लड़का भी है। परिवार जन मुरलीधर को अपने बीच पाकर बहुत ही खुश नजर आ रहे थे और उनके आंसू रुकने का नाशम नहीं ले रहे थे।

Shivam