महक ज्योत ने लहराया माऊंट बोनेट पर तिरंगा

1/17/2019 11:46:19 AM

करनाल (पांडेय): करनाल की बेटी व कर्ण की नगरी से निकली पहली पर्वतारोही महक ज्योत(17) ने साऊथ अमरीका के देश अर्जेंटीना की चोटी माऊंट बोनेट पर देश के गौरव का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बच्ची बनने का गौरव हासिल किया है।

इसी के साथ इस पर्वत चोटी पर पहुंचने वाली वह विश्व की पहली सिख लड़की भी बनी है और गुरु गोङ्क्षबद सिंह के प्रकाश पर्व पर उसने माऊंट बोनेट शिखर पर निशान साहिब लहराकर गुरु के शहादतों से भरे महान जीवन को अपनी श्रद्धा अर्पित की है। महक ज्योत के पिता व सामाजिक संस्था निफा के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया कि महक ज्योत विगत 5 जनवरी को अर्जेंटीना की सबसे ऊंची चोटी आकांकगुआ को फतह करने के लिए रवाना हुई थी।

नाबालिग होने के कारण जरूरी अथॉरिटी लैटर न होने के कारण उसकी यात्रा एक दिन के लिए स्थगित हो गई और उसे बिना आराम किए 37 घंटे की यात्रा के बाद सीधे चढ़ाई शुरू करनी पड़ी। एक सप्ताह की चढ़ाई के बाद महक प्लाजा द मूला कैम्प में पहुंची। यहां से आगे का सफर शुरू करने के बाद खराब मौसम और बर्फीले तूफान ने उनका रास्ता रोक लिया और यहां तक कि उनके कैम्प के टैंट भी आधे से ज्यादा बर्फ में दब गए और बर्फ हटाने के चक्कर में काफी समय उन्हें माइनस 30 से 40 डिग्री टैम्प्रेचर व बर्फीली हवा का सामना करना पड़ा जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई। मात्र 17 वर्ष की आयु की महक ज्योत को उसके गाइड और डाक्टर्ज ने अधिक ऊपर न जाने की सलाह दी और उसके पिता प्रीतपाल सिंह पन्नु को बाकायदा ई.मेल लिखकर जानकारी दी। यहां तक कि इस कैम्प के बाद एमरजैंसी में बचाव के लिए हैलीकॉप्टर भी नहीं पहुंच सकता।

उल्लेखनीय है कि विश्व के सेवन समिट में से एक माऊंट अकोंकगुआ में सबसे ज्यादा डैथ होने के कारण इसे माऊंटेन आफ डैथ के नाम से भी जाना जाता है और यहो मौसम का मिजाज कभी भी एकदम से बदल सकता है। माउंट बोनेट 5100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। महक की गाइड अनिता कुंडू ने उसे हौसले व धैर्य के साथ आगे बढऩे की सलाह दी और बुखार, खराब मौसम, बर्फीली हवा की तकलीफ को झेलते हुए महक ज्योत ने माऊंट बोनेट पर तिरंगा व निशान साहेब फहराकर महक ने साबित कर दिया कि भारत की लड़कियां अपने हौसले और जिद से हर मंजिल फतह कर सकती हैं।

महक की माता मनजीत कौर पन्नु का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। महक ज्योत इससे पूर्व अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी कलिमिंजारो पर भी तिरंगा फहरा चुकी है।

Deepak Paul