कोरोना के साथ होगी मलेरिया की भी जांच, मानसून के सीजन में लक्षणों को देखते हुए विभाग की पहल

7/25/2020 11:30:04 AM

गुडग़ांव (ब्यूरो) : मानसून के सीजन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब कोरोना जांच के दौरान मरीजों के मलेरिया सेंपलों की भी जांच करेगा। इसके लिए विभाग द्वारा शुक्रवार से पहल की शुरूआत कर दी गई है। जिन संदिग्धों में बुखार के अलावा अन्य लक्षण दिखते हैं उनके मौके पर ही नमूने लेकर रैपिड टेस्ट के जरिए मलेरिया जांच भी की जा रही है। बताया जा रहा है कि कोरोना काल के दौरान मलेकोरोना के साथ होगी मलेरिया की भी जांच, मानसून के सीजन में लक्षणों को देखते हुए विभाग की पहल रिया का जोखिम ना बढ़े इसे लेकर पहल की शुरूआत की गई है।

अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक नमूनों की जांच 5  से 10 मिनट में इसकी जांच रिपोर्ट आ जाती है। कोरोना के साथ-साथ मलेरिया की रोकथाम के लिए विभाग ने यह कदम उठाया है। बताया गया है कि मानसून के सीजन में जलभराव होने से जिले में कोरोना के साथ ही अब डेंगू-मलेरिया का खतरा बढ़ गया है। कोविड-19 महामारी के दौरान डेंगू व मलेरिया भी लोगों पर अपना कहर बरपाए। इससे पहले विभाग ने इनकी रोकथाम के लिए तैयारियां पूरी कर काम शुरू कर दिया है।

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.सुधा गर्ग ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की मलेरिया जांच कर सकें इसके लिए कोविड जांच शिविर में मरीजों के नमूने लेकर उनकी जांच भी की जा रही है। हर शिविर में मलेरिया जांच के लिए अलग से दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। कोविड जांच शिविर रोजाना शहर के अलग-अलग 11 इलाकों में शिविर लगाए जा रहे है। ऐसे में उन सभी इलाकों के लोगों की मलेरिया जांच की जा रही है जो शिविर में कोरोना जांच के लिए नमूने देने के लिए पहुंच रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार इसका फायदा यह होगा विभाग को मलेरिया जांच के लिए अलग से व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी। वहीं समय रहते मलेरिया से ग्रस्त मरीजों की पहचान भी हो जाएगी। विभाग का प्रयास इस बार ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कर उनमें बीमारी का पता लगाने का है। जिससे कि समय रहते बीमारी को बढऩे से रोका जा सके।



 

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Manisha rana