शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 12 दिन में करोड़ों की ठगी
punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 10:52 PM (IST)
गुड़गांव, (ब्यूरो): आजकल लोग आसान तरीके से पैसे कमाने के चक्कर में साइबर ठगों के शिकार बन रहे हैं। यही कारण है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर ज्यादातर साइबर ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इसके लिए उन्होंने एक फर्जी वैबसाइट भी तैयार की हुई है। इसमें निवेश के बाद अच्छी आय तो दिखाई दे जाती है, लेकिन जब आप यह पेमेंट अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करना चाहोगे तो यह कभी नहीं होगी। ऐसा ही एक मामला अब साइबर थाना ईस्ट पुलिस ने दर्ज किया है जिसमें साइबर ठगों ने 12 दिन में एक व्यक्ति से करीब चार करोड़ रुपए की ठगी कर ली। पुलिस ने शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जिन खातों में रुपये ट्रांसफर हुए है,उनकी जानकारी जुटाकर रिकवरी का प्रयास किया जा रहा है।
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सेक्टर-31 निवासी ओमबीर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनको शेयर मार्केट में ऊंचे रिटर्न का झांसा दिया गया। जालसाजों ने कॉनिफर आईएनवी ऐप को फोन में डाउनलोड करवाकर अकाउंट बनाया गया। उसके बाद 21 अक्टूबर से लेकर एक नवंबर 2025 तक अलग-अलग विदेशी कंपनियों में रुपये निवेश करवाना शुरू किया गया। शुरूआत में किए गए निवेश पर बेहतर रिटर्न ऐप पर दिखने लगा। ऐसे में और मुनाफा कमाने के लिए 12 दिनों में तीन करोड़ 92 लाख रुपये निवेश कर डाले। उनको ऐप पर उनको मुनाफा पांच करोड़ रुपये से ज्यादा दिखने लगा। ऐसे में उन्होंने नवंबर माह में रुपये निकालने के लिए प्रयास किया,तो उनके रुपये नहीं निकले। जालसाजों के द्वारा रुपये निकालने के लिए और मांग की जाने लगी। उनको ठगी एहसास होने पर पुलिस को शिकायत दी।
जांच अधिकारी ने बताया कि यह ठगी का एक नया तरीका है, जिसमें आरोपी फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या ऐप का इस्तेमाल कर पीड़ितों को फंसाते हैं। आमतौर पर ऐसे ऐप शुरुआत में मामूली मुनाफा दिखाते हैं, जिससे पीड़ित को और अधिक निवेश करने का लालच मिलता है। पुलिस अब उस बैंक खातों और पेमेंट गेटवे की जानकारी खंगाल रही है, जिनमें यह भारी भरकम रकम ट्रांसफर की गई है। साथ ही, तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से फरार आरोपियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
साइबर क्राइम पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि वे किसी भी अनधिकृत या भारी मुनाफे का वादा करने वाले ट्रेडिंग ऐप पर आंख बंद करके भरोसा न करें। निवेश से पहले ऐप की विश्वसनीयता और नियामक प्राधिकरणों से उसकी मान्यता की जांच अवश्य करें।