दर्दनाक सड़क हादसा,खुर्च-खुर्चकर इकट्ठा किए गए शव के टुकड़े

1/24/2017 1:35:21 PM

यमुनानगर(त्यागी):अतिक्रमण की चपेट में आए राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए हादसे के बाद भी व्यवस्थाएं जस की तस हैं। सोमवार की सुबह हुए दर्दनाक हादसे में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस हादसे में मारे गए व्यक्ति के शरीर के टुकड़े सड़क पर दूर-दूर तक बिखर गए जिन्हें सड़क से खुरच-खुरचकर इकट्ठा किया गया। हादसे में मारा गया व्यक्ति अभी घर से कुछ दूर ही चला था कि पुरानी कचहरी के नजदीक कार व स्कूटी की टक्कर हो गई। जैसे ही यह व्यक्ति टक्कर लगने के बाद स्कूटी से सड़क पर गिरा तो पीछे से आ रहे एक टैंकर ने इसे अपनी चपेट में ले लिया। 

मिली जानकारी के अनुसार टैंकर इस व्यक्ति के शरीर पर से गुजर गया, जिससे इसी व्यक्ति के टुकड़े हो गए और शरीर से मांस के लोथड़े सड़क पर दूर-दूर तक फैल गए।दुर्घटना के तुरंत बाद हाईवे पर जाम लग गया और ट्रक भी दुर्घटना से काफी दूर जाकर रुका। इस दुर्घटना में व्यक्ति की तो मौके पर ही मौत हो गई। देखते ही देखते दुर्घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों में भी इस दुर्घटना को लेकर रोष देखा गया। 

 

राहगीरों ने किए शव के टुकड़े एकत्रित
घटना के बाद लोगों की भीड़ तो बहुत थी और सड़क पर शव टुकड़ों में बिखरा पड़ा था। सड़क पर गुजर रहे एक रिक्शा चालक ने शव पर अपना कोई कपड़ा डालने का काम किया। इसके अतिरिक्त टुकड़ों में बिखरे शव को इकट्ठा करने वाला भी कोई नहीं था। हालांकि पुलिस व एम्बुलैंस भी मौके पर पहुंच गई थी। कुछ राहगीरों ने ही शव के टुकड़ों व शरीर से निकले हुए मांस के लोथड़ों को इकट्ठा करने का काम किया। अब सब कुछ होने के बाद कोई ऐसा कपड़ा नहीं था जिसमें इस सारे शव को शरीर के टुकड़ों सहित डाला जा सकता। मौके पर पहुंचे एक ट्रक ड्राइवर ने अपनी शाल उतारकर दी तब कहीं जाकर उस शव को एकत्रित करके शाल में बांधा गया। इसके बाद शव को सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया गया। 
 

स्कूटी से कागज निकालकर हुई मृतक की पहचान 
घटना के बाद स्कूटी के कागज निकालकर किसी तरह उस पर दिए पते पर फोन किया गया। फोन के बाद जो व्यक्ति आया कि उसने बताया कि उसने कुछ ही दिन पहले यह स्कूटी बेच दी थी। अब इस स्कूटी का स्वामी शहर का यह व्यक्ति था, जिसकी इस दुर्घटना में मौत हुई है। शव की शिनाख्त के लिए कोई और चारा भी नहीं था। किसी तरह इस व्यक्ति का पता कर इसके घर सूचना दी गई तब मौके पर इनके परिवार के लोग पहुंचे। यदि यह व्यक्ति स्कूटी पर न होता तो शायद इसकी पहचान हो ही नहीं सकती थी।