आखिर कब कम होगी मुश्किल? धान की धीमी खरीद से अटीं मंडियां...व्यापारी और किसान दोनों परेशान

punjabkesari.in Thursday, Oct 17, 2024 - 12:28 PM (IST)

फतेहाबाद (रमेश भट्ट) : धान की बंपर आवक के साथ ही फतेहाबाद की मंडियां पूरी तरह से भर चुकी हैं। हालात यह है कि मंडी में अब पैर रखने तक की जगह नहीं बची। ऐसे में मंडी में अपनी फसल को लेकर आ रहे किसानों को मंडी के बाहर सड़क किनारे ट्रेक्टर ट्राली लगाकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। धान की तेज आवक और धीमे उठान के कारण मंडी पूरी तरह से सीज हो चुकी है। धीमे उठान के कारण एक ओर व्यापारी परेशान हैं तो वहीं किसान भी परेशान हो रहा है, क्योंकि जब तक उसकी बिकी हुई फसल का उठान नहीं होता तब तक उसके खाते में उसकी मेहनत के पैसे नहीं आएंगे। बहुत से ऐसे किसान हैं जो पिछले एक सप्ताह से मंडी में इस इंतजार में बैठे है कि कब उनकी फसल बिकेगी। अब जब उनकी फसल बिकी तो उठान का इंतजार कर रहे हैं। 

मंडी में अपनी फसल को लेकर पहुंचे किसानों का कहना था कि सरकार के दावे और वादों में बहुत फर्क है। उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन दावे तो करता है किसान को उसकी फसल बेचने में कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी, मगर जब वे अपनी फसल को लेकर मंडी में पहुंचते हैं तो उनकी परेशानी उसी वक्त से शुरु हो जाती है। मंडी में आए किसानों का कहना था कि वे पिछले 8 दिनों से अपनी फसल लेकर मंडी में आए हुए हैं। अब जाकर उनकी फसल तो बिक गई, मगर उठान नहीं हुआ। 

वहीं मंडी व्यापारियों और आढ़तियों का कहना है कि एजेंसियां माल उठान करवाने में ढिलाई बरत रही हैं, धीमे उठान के कारण मंडी धान से भरी पड़ी है। बार-बार अधिकारियों और एजेंसियों के चक्कर लगाने के बावजूद भी उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। अनाज मंडी व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भादू ने बताया कि वे इस समस्या को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और खरीद एजेंसियों के अधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं, मगर आश्वासन के अलावा उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ।  

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Content Writer

Manisha rana

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