समर्थकों संग पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे मेयर पति ने कहा, राजनीतिक द्वेष में छवि खराब करने के लिए दर्ज की FIR
punjabkesari.in Wednesday, Sep 10, 2025 - 04:35 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): अवैध रूप से बने वेयरहाउस को तोड़ने के लिए गांव कांकरौला गई डीटीपी की टीम पर हमला करने के मामले में आज मानेसर मेयर डॉ इंद्रजीत यादव के पति राकेश यादव हयातपुर अपने समर्थकों और पार्षदों के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से मामले में निष्पक्ष जांच करने के साथ ही उनके व पार्षदों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर को रद्द करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह एफआईआर राजनीतिक द्वेष में दर्ज की गई है। कुछ लोग उनकी छवि को खराब करना चाहते हैं। यही कारण है कि आनन फानन में थाना पुलिस ने उनके व पार्षदों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया जबकि उनका इस घटना से कोई लेना देना नहीं है।
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वहीं, मौके पर पहुंचे ग्रामीणों की मानें तो उस दिन राकेश हयातपुर को ग्रामीणों ने फोन कर मौके पर बुलाया था, लेकिन उनका इस घटना से कोई लेना देना ही नहीं है। राकेश हयातपुर की मानें तो जब वह मौके पर आए तो उनके साथ कई पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। जब तक वह मौके पर पहुंचे तक तक तोड़फोड़ खत्म हो गई थी और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में वह मौके से चले गए थे। उसके बाद यह घटना हुई है।
उधर, जिस मेयर पति को गुड़गांव पुलिस गिरफ्तार करने के लिए दबिश देने का दावा कर रही है वह जब अपने समर्थकों के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे तो पुलिस उन्हें मामले की जांच तक में शामिल नहीं कर पाई। राकेश हयातपुर सहित ग्रामीणों का कहना है कि वह आज पुलिस कमिश्नर से मिले हैं और मामले में राकेश हयातपुर और पार्षदों के नाम एफआईआर से हटाए जाने की मांग की है। पुलिस कमिश्नर ने भी उन्हें आश्वस्त किया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।
आपको बता दें कि 8 सितंबर को डीटीपी की टीम जब गांव कांकरौला में अवैध वेयरहाउस तोड़ रही थी तो यहां ग्रामीणों ने उन पर हमला कर दिया और जेसीबी को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना में जेसीबी ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हुआ था। मामले में खेड़कीदाैला थाना पुलिस ने एटीपी राहुल डाबरा की शिकायत पर भीड़ को उकसाने सहित सरकारी काम में बाधा डालने और पथराव करने सहित अन्य धाराओं के तहत मेयर पति राकेश हयातपुर, दो स्थानीय पार्षदों सहित 60 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इस मामले में राकेश हयातपुर और पार्षदों का नाम एफआईआर से हटाने को लेकर राकेश हयातपुर अपने समर्थकों के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे थे।