फिर सामने आया मांगेराम राठी का परिवार, पुलिस एसआईटी पर लगाए गंभीर आरोप, बोले- CBI जांच हो

2/12/2023 4:48:37 PM

बहादुरगढ़(प्रवीण) : पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे जगदीश नंबरदार की आत्महत्या के मामले में एक बार फिर से पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया और पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। जगदीश नंबरदार के छोटे भाई सतीश का कहना है कि पुलिस ने मामले की जांच के लिए जो एसआईटी बना रखी है, उसने अपना काम ठीक ढंग से नहीं किया है। उनका कहना है कि अगर पुलिस चाहती तो इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी को अग्रिम जमानत मिलने से पहले उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता था। इतना ही नहीं एसआईटी ने अब तक पीड़ित परिवार से एक बार भी बात करने की कोशिश नहीं की है। पीड़ित परिवार में एक बार फिर मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है।

 

 

पीड़ित परिवार ने पुलिस एसआईटी पर कार्रवाई न करने का लगाया आरोप  

बता दें कि पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे जगदीश नंबरदार की आत्महत्या को अब 1 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। आज उनके निवास स्थान पर स्वर्गीय जगदीश नंबरदार की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें शहर भर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। प्रार्थना सभा के बाद पीड़ित परिवार ने मीडिया से बातचीत करते हुए मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी पर सवाल खड़े किए। जगदीश नंबरदार के भाई ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विज के आश्वासन के बावजूद भी नफे सिंह राठी 13 दिन तक फरार रहे। 14वें दिन उन्हे कोर्ट ने अग्रिम जमानत मिल गई। परिवार का आरोप है कि यदि पुलिस चाहती तो नफे राठी को अग्रिम जमानत मिलने से पहले गिरफ्तार कर सकती थी। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच करने की मांग करते हुए एक बार फिर नफे सिंह की संपत्ति को लेकर सवाल पूछा। सतीश नंबरदार ने कहा कि साढे 5 बीघे का जमींदार नफे सिंह राठी हजार करोड़ रुपए की संपत्ति का मालिक आखिर कैसे बन गया।

 

 

आत्महत्या मामले में इनेलो प्रदेश अध्यक्ष समेत 6 के खिलाफ दर्ज हुआ था मामला

गौरतलब है कि पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे जगदीश नंबरदार ने पिछले महीने आत्महत्या कर ली थी, लेकिन आत्महत्या करने से पहले उन्होंने एक ऑडियो क्लिप वायरल की थी। इसमें उन्होंने इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी समेत छह लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए थे। इसी ऑडियो क्लिप को आधार मानकर पुलिस ने नफे सिंह राठी समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। नफे सिंह राठी और उनके भांजे अजय उर्फ सोनू दलाल को कोर्ट में अग्रिम जमानत दे रखी है। वहीं मामले की जांच के लिए एसआईटी भी बनाई गई थी। एक महीने से एसआईटी मामले की जांच कर रही है, लेकिन परिवार का आरोप है कि सब सबूत होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)  

Content Writer

Gourav Chouhan