पंजाब व दिल्ली की सियासत में चमका ‘सिरसा’

4/16/2017 9:31:40 AM

सिरसा (संजय अरोड़ा):दिल्ली के राजौरी गार्डन विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में विजेता बनकर मनजिंद्र सिंह सिरसा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। ये चुनाव इसलिए भी अहम था कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है और इस उपचुनाव को आप के साथ-साथ कांग्रेेस में भी प्रतिष्ठा का प्रश्न था। ऐसे में इस सीट पर दूसरी बार जीत दर्ज करके मनजिंद्र सिरसा ने अपने प्रभाव को तो साबित किया है, वहीं उन्होंने अपने सरनेम ‘सिरसा’ की वजह से दिल्ली व पंजाब की सियासत में रोशन किया है। उनका पैतृक गांव सिरसा से 8 किलोमीटर दूर बाजेकां है और आज भी उनके पिता जसबीर सिंह यहीं रहते हैं और उनकी जमीन जायदाद भी यही है।

ये है मनजिंद्र सिंह का सियासी सफर
28 फरवरी 1972 को सिरसा में जन्में मनजिंद्र सिंह ने सिरसा के सैंट जेवियर स्कूल से 10वीं व स्थानीय नैशनल कालेज से सीनियर सैकेंडरी परीक्षा उत्तीर्ण की और उसके बाद वे उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली चले गए और बाद में शिक्षा पूरी होने के बाद दिल्ली में ही सैटल हो गए। मनजिंद्र सिंह के राजनीतिक सफर की शुरूआत 2007 में उस वक्त हुई जब वे पहली बार पंजाबी बाग सीट से दिल्ली नगरनिगम का चुनाव लड़े और विजयी हुए। उसके बाद उन्हें शिरोमणि अकाली दल युवा विंग दिल्ली प्रदेश का अध्यक्ष भी बनाया।

2012 में हुए नगरनिगम चुनाव में उनकी पत्नी सतविंद्र कौर विजयी रही और 2013 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में मनजिंद्र सिंह सिरसा अकाली दल की टिकट पर राजौरी गार्डन सीट से पहली बार चुनाव मैदान में उतरे और 10 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की। उसके बाद 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में मनजिंद्र सिंह भले ही चुनाव हार गए मगर उनके वोट बैंक में 2013 के मुकाबले वृद्धि हुई। अब 2017 में आप विधायक जरनैल सिंह के इस्तीफे से रिक्त हुई राजौरी गार्डन सीट के उपचुनाव में मनजिंद्र सिंह ने पुन: जीत दर्ज की। मनजिंद्र सिंह सिरसा प्रकाश सिंह बादल परिवार के विश्वास पात्रों में हैं। यही वजह रही कि बादल परिवार ने न केवल उन्हें संगठन में जिम्मेदारियां दीं, बल्कि 16 अप्रैल 2016 को सुखबीर सिंह बादल का राजनीतिक सलाहकार नियुक्त करते हुए राज्यमंत्री का दर्जा दिया।

सबसे रईस विधायक हैं सिरसा
राजनेता के साथ-साथ दिल्ली में बड़े कारोबारियों में उनकी गिनती होती है। वे अब दिल्ली के सबसे रईस विधायक हैं। चुनाव आयोग को दिए हल्फनामे के अनुसार उनके पास करीब 181 करोड़ की चल व अचल संपत्ति है। निजी इस्तेमाल के लिए 6 लाख 50 हजार रुपए के लैपटॉप एवं कम्प्यूटर हैं जबकि 3 लाख 50 हजार के हथियार हैं।