कचरे से बिजली बनाएगा हरियाणा, सरकार व JBM समूह के बीच हुआ समझौता

9/27/2017 4:04:14 PM

नई दिल्ली,(ब्यूरो): दिल्ली के बाद अब हरियाणा भी कचरे से बिजली बनाने जा रहा है। इसके लिए दिल्ली से सटे सोनीपत में कचरा निस्तारण विद्युत उत्पादन संयंत्र स्थापित किया जाएगा। यह संयंत्र प्रतिदिन 500 टन कचरा का निस्तारण व 5 मैगावाट विद्युत उत्पादन करेगा। इससे सोनीपत, गन्नौर, समालखा व पानीपत क्षेत्रों के कचरे का समुचित रूप से निस्तारण किया जाएगा। परियोजना में क्षेत्रों से घर-घर से कूड़े-कचरे का उठान, ढुलाई, कचरा निस्तारण विद्युत उत्पादन संयंत्र की स्थापना व परिचालन शामिल है। इसके अलावा हरियाणा सरकार करीब 14  कचरा निस्तारण संयंत्रों को स्थापित करने की तैयारी कर रही है। इसमें वेस्ट टू एनर्जी आधारित 4 सयंत्र और वेस्ट टू कम्पोस्ट आधारित 10 सयंत्र शामिल हैं। 

सोनीपत में स्थापित होने जा रहे संयंत्र के लिए मंगलवार को यहां दिल्ली में हरियाणा सरकार व जे.बी.एम. समूह के मध्य एक समझौता हुआ। इस परियोजना के लिए जे.बी.एम. समूह यूरोप में 30 वर्षों से काम कर रही है। इसके लिए जे.बी.एम. समूह कुल 176.87 करोड़ रुपए निवेश करेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में समेकित ठोस कचरा प्रबंधन के विकास की दिशा में यह संयंत्र एक नए युग का सूत्रपात है। पी.एम. मोदी के नए भारत के निर्माण की दिशा में स्वच्छ भारत अभियान के सभी कार्यक्रमों को समयबद्ध रूप से कार्यरूप दिया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार संयंत्र के लिए हरियाणा सरकार द्वारा 18.5 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है। संयंत्र प्रतिदिन 500 टन कचरा का निस्तारण व 05 मैगावाट विद्युत उत्पादन भी करेगा। मौके पर मंत्री कविता जैन ने ठोस कचरा प्रबंधन के साथ तरल कचरा प्रबंधन की आवश्यकता पर बल दिया। परियोजना के समझौता ज्ञापन पर जे.बी.एम. ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एस.के. आर्य की उपस्थिति में हस्ताक्षर हुए।