अब फिर से रिपोर्ट कार्ड तैयार करवाने में जुटे 'मनोहर'

8/19/2017 10:08:36 AM

चंडीगढ़ (बंसल):अगस्त की शुरूआत में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे में अपना रिपोर्ट कार्ड पेश कर चुके हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल अब फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा शाह की क्लास के लिए नए सिरे से रिपोर्ट कार्ड तैयार करवाने में जुट गए है। 21 अगस्त को मोदी तथा शाह ने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। हालांकि माना जा रहा है कि यह बैठक भावी लोकसभा तथा कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बुलाई गई है, जिसमें मुख्यमंत्रियों को अपनी सरकार की उपब्धियों का रिपोर्ट कार्ड पेश करना होगा।  

माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव अगले वर्ष के अंत में हो सकते है और केन्द्र राज्यों के चुनाव भी लोकसभा चुनावों के साथ कराने की सोच बनाए हुए है, तभी पहले शाह ने राज्यों को दौरा सारी हालात का जायजा लिया था और अब मुख्यमंत्रियों को रिपोर्ट कार्ड के साथ बुलाया गया है। इस बैठक की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री कल शाह की बैठक के बाद वापस चंडीगढ लौट आए जबकि बताया जाता है कि उनका आज सुबह चंडीगढ आने का कार्यक्रम था।

हरियाणा में भी लोकसभा के साथ ही हो सकते हैं विस चुनाव 
मुख्यमंत्री मनोहर लाल पार्टी की बैठकों में इशारा कर चुके है कि लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव करावाए जाएगे जबकि हरियाणा में विधानसभा के चुनाव अक्तूबर-2019 में प्रस्तावित हैं। भाजपा चुनावी तैयारियों में जुट भी गई है और सूत्रो की माने तो शाह ने मुख्यमंत्री को कह दिया है कि फील्ड में उतर जाओ।

जाटों को लुभाने के प्रयास में जुटी भाजपा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बीते दिवस दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा जाट नेताओं के साथ बैठक कर यह संकेत दे दिया है कि वह भाजपा जाटों को लुभाने के प्रयासों में जुट गई है। इस बैठक में जाट नेता यशपाल मलिक की मौजूदगी होना राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है जबकि बीरेंद्र सिंह को छोड़कर प्रदेश के अन्य जाट नेताओं को बैठक में नहीं बुलाया गया। इस बैठक को लोकसभा चुनाव की तैयारियों से ही जोडकर देखा जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच अकेले में गुप्तगू होना भी उपरोक्त पहलू की ओर इशारा कर रहा है। शाह ने हरियाणा प्रवास के दौरान अपने भाषण में विशेष तौर से बंसी लाल का जिक्र करते हुए उन्हें हरियाणा का विकासदाता करार दिया था। उसके बाद से ही यह चर्चा शुरू हो गई थी कि शाह ने जाटों को लुभाने के लिए बंसी लाल की तारीफ की है।