8 मार्च को हुड्डा के गढ़ रोहतक में सीएम खट्टर खेलेंगे व्यापारियों पर दाव

2/28/2018 9:32:36 AM

अंबाला (नरेन्द्र वत्स): सर्दी का मौसम लगभग जा चुका है और गर्मी दस्तक देने को तैयार है। गर्मी की शुरूआत के साथ ही प्रदेश में सियासी पारा चढ़ना शुरू हो जाएगा। रूठों को मनाने के लिए प्रमुख राजनीतिक दल अपनी ओर से पूरी ताकत लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे। अब राजनीतिक दलों की नजरें प्रदेश के व्यापारी वर्ग पर हैं। व्यापारी वर्ग को अपने साथ जोड़ने के लिए सभी दल प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के सी.एम. मनोहर लाल खट्टर 8 मार्च को पूर्व सी.एम. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक में राज्य स्तरीय व्यापारी सम्मेलन का आयोजन कर प्रदेश के व्यापारियों को साधने का प्रयास करेंगे। 

सी.एम. की ओर से प्रस्तावित इस सम्मेलन को काफी महत्वपूर्ण माना जा सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वर्ष 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान झज्जर, रोहतक, बहादुरगढ़ व भिवानी के व्यापारियों को करोड़ों रुपए का नुक्सान उठाना पड़ा था। कई व्यापारियों के जख्म अभी तक नहीं भरे हैं। इस आंदोलन के बाद प्रदेश सरकार को व्यापारियों की नाराजगी ही झेलनी पड़ रही है। यह नाराजगी उस समय और बढ़ गई जब गत दिनों अमित शाह की जींद रैली से पहले सरकार द्वारा आंदोलन के दौरान जाट नेताओं की सभी मांगें मानने की घोषणा ने व्यापारियों की नाराजगी बढ़ाने का काम किया था। अमित शाह की रैली में बाधा डालने की जाट नेताओं की चेतावनी के बाद सरकार ने जाट आंदोलन के दौरान दर्ज केस वापस लेने की घोषणा की थी। हालांकि सरकार ने गंभीर आरोपों वाले केस वापस नहीं लेने की बात कही थी। सरकार के इस निर्णय की जमकर आलोचना हुई थी। सरकारी घोषणा के बाद जाट नेताओं के दूसरे गुट ने अभी भी इस मामले को लेकर आंदोलन शुरू किया हुआ है।

व्यापारी वर्ग की चुनावों में बड़ी भूमिका होती है। यही कारण है कि सभी राजनीतिक दल व्यापारियों को अपने पक्ष में करने में पूरा दम लगा देते हैं। इसी बात को देखते हुए पूर्व सी.एम. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गत 18 फरवरी को पानीपत में व्यापारियों का सम्मेलन बुलाया था। ऐन मौके चोटिल होने के कारण उन्हें यह सम्मेलन स्थगित करना पड़ा था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी व्यापारी सम्मेलनों का आयोजन कर चुके हैं। अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रोहतक में प्रदेश स्तरीय व्यापारी सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। इससे पूर्व प्रदेश सरकार व्यापारियों को लुभाने के लिए प्रदेश में हरियाणा ट्रेडर्स वैल्फेयर बोर्ड का गठन कर चुकी है। रोहतक में प्रस्तावित सम्मेलन के दौरान सी.एम. को उन व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है जो अभी तक जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए नुक्सान को अभी तक नहीं भुला पाए हैं। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि व्यापारी वर्ग की नाराजगी को दूर करने के लिए सी.एम. इस सम्मेलन में कोई बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं। 

सभी दल होने लगे सक्रिय
विधानसभा चुनावों को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दल एक्टिव हो चुके हैं। भाजपा नेताओं ने जनता के बीच जाने के कार्यक्रमों में इजाफा कर दिया है। कांग्रेस के प्रमुख नेता अपने-अपने दम पर कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। इनेलो 7 मार्च को दिल्ली कूच कार्यक्रम से चुनावी बिगुल फूंकने को तैयार है। कांग्रेस के निशान पर सीधे तौर भाजपा है तो इनेलो के निशाने पर कांग्रेस और भाजपा दोनों हैं। चुनाव करीब आते-आते एस.वाई.एल. का मुद्दा भी और अधिक गर्माने के पूरे आसार हैं। 

कम नहीं हो रही कैप्टन की टीस
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कैप्टन अजय सिंह यादव को अभी भी प्रदेश का सी.एम. नहीं बनने का खूब मलाल है। पूर्व में कई बार सी.एम. पद की दावेदारी जता चुके कैप्टन हाल ही में आयोजित एक प्रैस वार्ता में थके-हारे से नजर आए। पत्रकारों के सवाल के जवाब में कैप्टन ने माथे पर हाथ रखकर कहा कि सी.एम. बनना सिर्फ भाग्य का खेल है। कैप्टन की टीस जायज भी है। वह प्रदेश के सबसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं में शुमार हैं। लगातार 6 बार एक ही सीट से चुनाव जीतने का प्रदेश का रिकार्ड उनके नाम है। 

वहीं सुभाष बराला का कहना है कि रोहतक में प्रस्तावित व्यापारी सम्मेलन को सफल बनाने के लिए भाजपा कार्यकर्त्ता पूरी तरह तैयार हैं। व्यापारियों का यह सम्मेलन ऐतिहासिक होगा।