दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त, मेरी मिट्टी से भी ख़ुश्बू-ए-वफ़ा आएगी: मनोहर लाल खट्टर

3/23/2018 5:11:06 PM

पंचकूला(उमंग श्योराण): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा है कि आजादी के आंदोलन में देश के लिए मरना सीखने का नारा दिया गया था। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद आज देश के लिए जीना सीखने का नारा देने की आवश्यकता है। विश्व की कुछ ताकतें हमारे देश पर बुरी नजर टिकाए हुए है। परंतु विश्व की कोई भी ताकत हमारा बाल भी बाका नहीं कर सकती क्योंकि देश के युवा ऐसी ताकतों को नाको चने चबाने की हिम्मत रखते है।

मुख्यमंत्री आज 87वें शहीदी दिवस पर पंचकूला सेक्टर-11, 15 के चौक पर शहीद भगतसिंह की प्रतिमा का अनावरण करने उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज का दिन गौरवशाली एवं ऐतिहासिक है, क्योंकि आज के दिन ही वर्ष 1931 में भगतसिंह, सुखदेव व राजगरु को फांसी के फंदे पर अंग्रेजी हुकुमत द्वारा लटकाया गया था। देश की आजादी में कोई भी दल चाहे वह गरमदल हो, क्रांतिदल हो या नरम दल हो सभी का मकसद देश को अंग्रेजो की गुलामी से आजाद करवाना था।

आज एक भगतसिंह नहीं हजारों भगतसिंह पैदा करने का जज्बा हमारी माताओं में है। भारत माता की जय में भी यह भाव छिपा है। उन्होंने कहा कि भारत हमारी माता है और जैसी माता प्यारी होती है वैसी ही हमारी मातृ भूमि है। उन्होंने कहा कि आज हम स्वतंत्रता सेनानियों, देश भगतों एवं अमर शहीदों के कारण ही खुली हवा में सांस ले रहे है। आजादी हमें लंबे संघर्ष एवं बलिदानों से विरासत में मिली है। इसलिए हम सबका कर्तव्य बनता है कि हमें अपने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।

स्कूली बच्चों ने इंकलाब जिंदाबाद-इंकलाब जिंदाबाद, वंदे मातरम व भारत माता  की जय-जयकार के नारों से मुख्यमंत्री की शहीदी दिवस की यादें ताजा कर दी। मुख्यमंत्री ने कुछ पंक्ति ,न मरकर भी वतन की उल्फत मेरी मिट़्टी से भी खुशबू ए वतन आएगी, द्वारा इसे संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज के दिन उन महान शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यहीं होगी कि यदि हम मैं, मेरा घर और मेरे परिवार से ऊपर उठकर मेरे देश के लिए जीने सीखे। 

आजादी के बाद देश ने आर्थिक तरक्की की है और हमें प्रण लेना चाहिए कि हम देश की रक्षा, सुरक्षा व विकास में जो भी योगदान दे सकते है देंगे। आज भारत एक बार फिर विश्व गुरू बनने की तरफ अग्रसर है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश की आजादी के आंदोलन के दौरान दिए गए सर्वोंच्च बलिदान के शहीदों की लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उन्होंने तिरंगा हाथ में लिए स्कूली बच्चों के बीच जाकर फोटो खिचवाकर युवाओं में देशभक्ति का जज्बा भर दिया। मुख्यमंत्री ने 11-15 चौक का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखे जाने व उनकी प्रतिमा स्थापित करवाने के लिए पंचकूला विधायक ज्ञानचंद गुप्ता व शहीदभगत सिंह जागृति मंच के अध्यक्ष जगदीश भगतसिंह के प्रयासों की सराहना की। 
 

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