मनोहर' मुख पर आखिर ताला क्यों?

8/28/2017 9:25:41 PM

चंडीगढ़ :शिष्याओं से बलात्कार कर पिता जी कहलवाने वाले दुष्कर्मी बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां को आज कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई है। यह सजा कोर्ट ने दो साध्वियों के साथ यौन शोषण करने के मामले में दोषी पाए जाने पर दी है। बलात्कारी बाबा पर कोर्ट के फैसले का देश में भले ही स्वागत किया जा रहा हो लेकिन इसी बलात्कारी बाबा से वोट की सपोर्ट लेकर सत्ता में आई हरियाणा की भाजपा सरकार के मुख पर ताला लग चुका है।

मुख्यमंत्री हों या सरकार का कोई भी मंत्री किसी ने बाबा पर कोर्ट के फैसले का स्वागत नहीं किया। प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर ने फैसले के बाद बयान तो जारी किया लेकिन फैसले की प्रशंसा करना सीएम ने उचित नहीं समझा। अपने डेढ़ मिनट के बयान में खट्टर ने कहा, '' सीबीआई कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है उसका सम्मान किया जाएगा। मैं लोगों से अपील करता हूं कि कानून व्यवस्था बनाए रखें और कानून को हाथ में लें। कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं होता है कोर्ट का निर्णय आया है उसका सम्मान सभी को करना चाहिए।''

महिला सुरक्षा और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे नारे देने वाली भाजपा सरकार का इस फैसले पर मौन रहना उन्हें कटघरे में खड़ा करने के लिए काफी है। सरकार के मंत्री इसी पशोपेश में हैं कि आखिर जिस बाबा के चरण पकड़ कर सत्ता में आए, जन्मदिन पर जिस बाबा को लाखों के तौहफे दिए उस बाबा के खिलाफ आखिर बोलें तो बोलें कैसे।