यमुना नदी में उफान आने से कई गांव हुए जलमग्न, ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजे की मांग की
9/26/2022 9:49:18 PM
यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): यमुना नदी में उफान आने से जिले के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं। अब ग्रामीणों को डर सता रहा है कि पानी कहीं घरों में ना घुस जाए,क्योंकि खेत और स्कूल पानी से लबालब हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भारी बरसात की वजह से काफी फसले नुकसान हुई और नदी के पानी में तरह-तरह के जानवर भी बहकर आ रहे हैं। उन्होंने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए,जिससे किसान प्रकृति की मार झेल पाए।
बता दें कि एक तर एक तरफ यमुना नदी में जहां साल 2022 का सबसे ज्यादा पानी सोमवार को रिकॉर्ड किया गया तो वहीं अब यमुना नदी के साथ लगते यमुनानगर के निचले इलाकों में यमुना नदी उफान मचा रही है। सुबह 5 बजे यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज पर 2 लाख 97 हजार क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था तो वहीं यमुनानगर के लापरा, कैत, मंडी, साबापुर के साथ-साथ कलानौर और दर्जनों गांव के खेतों में यमुना नदी का पानी गांवों तक पहुंच रहा है। कैत मंडी से लापरा की तरफ जाने वाली सड़क पर खेतों से निकलकर पानी सड़कों पर आ चुका है और सड़कें जलमग्न हो चुकी है
यमुना नदी में जब 70 हजार क्यूसेक पानी आ जाता है तो उसके बाद मिनी फ्लड घोषित कर दिया जाता है, लेकिन जब 2 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी आ जाता है तो उसके बाद अलर्ट घोषित कर दिया जाता है क्योंकि इसके बाद गांवों में पानी घुसने का खतरा बन जाता है। हालांकि अभी इतना पानी आने के बाद भी गांवों में तो पानी नहीं घुसा है। लेकिन खेतों को काफी नुकसान पहुंचा है।
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