शादी, तलाक फिर पुलिस पहरे में लिए 7 फेरे

6/1/2019 12:13:36 PM

झज्जर: गांव मुबारकपुर निवासी नौ सैनिक अजीत व हिसार के एक गांव निवासी एम.टैक. तक पढ़ी निधि आज 5 साल के दौरान दूसरी बार विवाह बंधन में बंध गए।  पुलिस की सुरक्षा के बीच दोनों ने एक-दूसरे को अपना जीवन साथ चुन लिया। हालांकि इस बार इस रिश्ते के विरोधी दोनों के परिजन उतर आ मगर इस जोड़ी को अलग नहीं कर सके। झज्जर के गांव मुबारिकपुर निवासी अजीत की शादी नवम्बर 2014 में हिसार के एक गांव की रहने वाली निधि के साथ हुई थी। 

शादी के बाद उन्हें एक बेटी हुई। अचानक रिश्तों की खटास इतनी गहरी हुई कि 2017 में दोनों ने अलग रहने का फैसला लिया और तलाक की अर्जी अदालत को सौंप दी। अदालत नेे 16 अप्रैल 2018 को तलाक मंजूर कर लिया। समय बदलाऔर एक बार फिर दोनों के प्यार की पींग परवान चढऩे लगी। अलग रहने वाले यह दोनों लिव इन रिलेशनशिप में साथ रहने लगे। इसी साल जनवरी में निधि को एक बेटा पैदा हुआ। 
कानून के तहत बेटे को उसके बाप का नाम देने के लिए निधि ने कानून का दरवाजा खटखटाया लेकिन यहां अदालत के सामने अजीत ने निधि की कोख से पैदा हुए बच्चे को अपना नाम देने से साफ मना कर दिया और यहां तक कह दिया कि तलाक के बाद से वह दोनों अलग-अलग रहते है। ऐसे में निधि की कोख से पैदा हुआ बेटा उसका कैसे हो सकता है। 

अदालत ने इसी माह की 5 तारीख को अजीत, निधि व उसके बेटे के ब्लड की सैम्पङ्क्षलग कराई। इससे पहले की कानून अपना काम करता, शुक्रवार को अदालत में अजीत ने स्वीकार किया कि तलाक दिए जाने के बाद निधि से उसके सम्बन्ध रहे और इन्हीं सम्बन्धों के चलते उनके यहां एक बेटा पैदा हुआ। शुक्रवार को दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने अजीत व निधि को आदेश दिया कि चूंकि उनका तलाक हो चुका है इसलिए वह दोबारा से ङ्क्षहदू रीति-रिवाज से शादी कर वैवाहिक परिणय सूत्र में बंधे। अदालत में मौजूद निधि के पिता ने इसका विरोध किया। जिस पर संज्ञान लेते हुए अदालत ने पुलिस पहरे में अजीत व निधी का दोबारा से ङ्क्षहदू रीति-रिवाज से ब्याह करा दिया।

Isha