शहीद भूपेंद्र का पार्थिव शरीर आज शाम तक गांव पहुंचने की उम्मीद, परिवार का रो-रो कर बुरा हाल

9/8/2020 2:09:25 PM

भिवानी/दादरी(अशोक): कश्मीर बारामूला में पाकिस्तान की ना-पाक हरकत की वजह से शहीद हुए भूपेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके पैतृक गांव बास रानिला नहीं पहुंच पाया। पाकिस्तान की और से की गयी बमबारी में शहीद भूपेंद्र सिंह का शरीर काफी क्षत-विक्षत हो गया था। आज शाम तक शहीद जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने की उम्मीद है। 



शहीद का परिवार और ग्रामवासी पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं। वहीं परिवार को सांत्वना देने के लिए शहीद के घर हर कोई पहुंच रहा है। परिवार का रो रो कर बुरा हाल है। बीते 72 घंटे से आर्मी व एयरफॉर्स की टीमें शहीद के अंग तलासने में जुटी हैं। यह जानकारी आर्मी अधिकारियों द्वारा फोन पर शहीद के परिजनों को दी गई है। शहीद भूपेंद्र सिंह के शरीर के सभी अंग मिलने के बाद पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उसके तुरंत बाद शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया जाएगा। जिसके बाद गांव में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। फिलहाल आज शाम 4 बजे तक पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। 

इस बारे में बोलते हुए शहीद के छोटे भाई दीपक ने कहा कि उन्हें बड़ा गर्व है कि उसका भाई देश के लिए शहीद हुआ है। उन्होंने कहा कि वह भी आर्मी की पहले से ही तैयारी कर रहे थे, अब उनका जोश और बढ़ा है। वह आर्मी में ही भर्ती होंगे और अपने भाई की शहादत का बदला लेंगे।



वहीं गांव के लोगों ने शहीद के परिवार की हिम्मत बढ़ाते हुए कहा कि हमें भूपेंद्र की शहादत पर बड़ा गर्व है और गांव का बच्चा-बच्चा भूपेंद्र की शहादत का बदला लेने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र एक होनहार और देशभक्त युवा थे, जिनके अंदर देशभक्ति का जज्बा था। वह बचपन से ही भारतीय सेना में जाना चाहते थे। भूपेंद्र सेना में भर्ती हुए और देश के लिए शहादत दी, उन्हें बड़ा गर्व है। ग्रामीणों ने सरकार से मांग है कि शहीद के परिवार में एक सरकारी नौकरी व आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। 

vinod kumar