प्रशासन की अनदेखी का दंश झेल रहा शहीद का परिवार, स्मारक भी उपेक्षाओं का शिकार (VIDEO)

3/26/2018 5:41:32 PM

फरीदाबाद(देवेन्द्र कौशिक): फरीदाबाद में शहीद परिवार की अनदेखी का बड़ा मामला सामने आया है। कारगिल युध्द के दौरान शहीद हुए रघुवीर सिंह का परिवार ग्राम पंचायत और सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगा रहा है। जहां एक ओर शहीद का समाधि स्थल उपेक्षा का शिकार है वहीं सरकार द्वारा घोषित 200 गज का प्लाट भी परिजनों को नहीं मिल पाया है। मामला मुख्यमंत्री मनोहर लाल के संज्ञान में आते ही उन्होंने जांच का भरोसा दिया है।



देश के लिए जान लुटाने वाले जो जवान अपने घर परिवार की चिंता समाज पर छोड़ते हैं और उसके बाद खुद देश पर शहीद हो जाते हैं। उनके परिजनों की पुकार समाज ही नहीं सुन रहा है। दरअसल, 15 मार्च 2000 में कारगिल युद्ध के दौरान गांव सोतई के रहने वाले रघुवीर सिंह देश पर जान लुटाते हुए शहीद हो गए थे। उनकी इस बहादुरी को पूरे देश ने सलाम किया और उसी समय उनके गांव में के सरकारी स्कूल में समाधि स्थल बनाया गया। जिससे आने वाली पीढ़ी रघुवीर सिंह को याद कर गौरान्वित हो और देश पर मर मिटने की कसम खाते हुए इसे याद रखें। लेकिन 2018 आते आते न केवल सरकार बल्कि प्रशासन भी पूरी तरह से शहीद रघुवीर सिंह को भूल गया। यही एक वजह है कि रघुवीर सिंह की याद में बनाया गया स्मारक इन दिनों दुर्दशा का शिकार है। स्मारक में चारों तरफ गंदगी का अंबार है, वहीं दूसरी ओर कुछ शरारती तत्वों ने उनकी प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है।



शहीद रघुवीर सिंह की पत्नी और उनका परिवार परिवार इस बारे में कई बार गांव के सरपंच और जिला प्रशासन के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, पर कोई भी उनकी सुनने के लिए तैयार नहीं है। कुछ दिन पहले ही उन्हें पता चला कि सरकार ने एक 200 गज का प्लॉट देने की घोषणा की है, लेकिन अभी तक नहीं मिला है।

वहीं इस मामले में बल्लभगढ़ के एसडीएम अमरदीप जैन का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में है, जल्द ही बीडीपीओ से बात करके शहीद के परिवार को प्लाट दिलवाएंगे और सरपंच के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करेंगे। जब इस मामले मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि उनकी सरकार शहीदों का सम्मान करती है और यदि कोई मामला है तो इसकी जांच करवाई जाएगी।

Punjab Kesari