‘MDU की छात्रा को 80 हजार में पड़ी जोमैटो से खाने की थाली’ (VIDEO)

7/29/2019 7:48:01 PM

रोहतक (दीपक भारद्वाज): ऑनलाइन ऑर्डर कर खाना खाने वाले सावधान हो जाए, कहीं आपको खाने की थाली महंगी ना पड़ जाए क्योंकि ऑनलाइन ऑर्डर साइवर लुटेरों के रडार पर रहता है। ऐसा ही ताजा मामला हरियाणा के रोहतक से देखने को मिला है, जहां एमडीयू में एमए की पढ़ाई कर रही स्टूडेंट ने ऑनलाइन खाना ऑर्डर करके पछता रही है, क्योंकि साइबर ठगों ने उसके खाते से मिनटों में 80 हजार रुपये उड़ा डाले। जिसके लिए अब छात्रा को अपने पैसे वापस पाने के लिए जोमैटो ऑफिस व पुलिस थाने के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।



जानकारी के अनुसार पीड़िता ने खाने का ऑनलाइन ऑर्डर किया था इसके लिए उसने पेटीएम के जरिए ₹190 उसने जोमैटो को अदा कर दिए। जिसके करीब आधे घंटे में ही डिलीवरी ब्वॉय खाना देकर चला गया लेकिन खाना निम्न क्वालिटी का हाने के कारण उसने तुरंत डिलीवरी ब्वॉय को कॉल करके खाना वापस ले जाने को कहा तो डिलीवरी ब्वॉय ने इनकार करते हुए उसे कस्टमर केयर पर बात करने को कहा।



बताया जा रहा है  उसके बाद पीड़िता ने जोमैटो कस्टमर केयर टाइप करके गूगल से एक नंबर लिया जिसके बाद पीड़िता ने नंबर डायल कर खाना वापस ले जाने और अपने पैसे वापस करने की बात कही, लेकिन उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उसका यह कहना ही उसे बहुत भारी पड़ने वाला है। पीड़िता को बातों में उलझाकर खुद को जोमैटो का कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए फोन कॉल पर उसके बैंक खाते की डिटेल और उस पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एवं एटीएम की लास्ट 6 डिजिट पूछ ली। जिसके बाद खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि जल्दी ही आपके पैसे वापस आपके अकाउंट में डाल दिए जाएंगे।



उसके पीड़िता के मोबाइल पर एक-एक करके धड़ाधड़ मैसेज आने लगे जो उसके बैंक खाते से पैसे निकलने के थे। महज चंद मिनट के अंदर ही साक्षी के खाते से कुल 14 ट्रांजैक्शन हुई और करीब 80 हजार उसके खाते से कट गए और इसके बाद कॉल डिस्कनेक्ट हो गई। जिसके बाद साइबर ठगी का अहसास होते ही पीड़िता ने बैंक के टोल फ्री नंबर पर फोन करके अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक करवाया और रोहतक पुलिस को इस घटना के बारे में शिकायत दी।



पुलिस ने शुरू की जांच
पीड़िता शिकायत लेकर रोहतक पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल भी शुरू कर दी है, लेकिन फिलहाल तक साइबर ठगों के गिरेबान तक कानून के हाथ नहीं पहुंच पाए हैं। हालांकि, पीजीआईएमएस पुलिस थाने के एसएसओ अनिल कुमार का कहना है कि पुलिस बारीकी से इस केस की छानबीन में जुट गई है और साइबर ठगों को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं। लेकिन, साइबर ठगी से जुड़े अधिकतर मामलों की स्टेटस रिपोर्ट को देखते हुए यकीन के साथ कह पाना जरा मुश्किल ही है कि साक्षी को उसके 80 हजार रुपये कभी वापस मिल भी पाएंगे।

Edited By

Naveen Dalal