मैडीकल संस्थानों से भरवाया जाएगा 10 करोड़ का बांड : विज

8/1/2017 9:03:26 AM

चंडीगढ़ (ब्यूरो):स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश के निजी मैडिकल कॉलेजों तथा निजी गैर-सहायता प्राप्त मैडिकल संस्थानों से 10 करोड़ रुपए का बांड भरवाया जाएगा, ताकि वे गोल्ड फील्ड मैडिकल कालेज, फरीदाबाद की भांति बच्चों को अधर में छोड़कर न भाग सकें। उन्होंने बताया कि गोल्ड फील्ड मैडिकल कॉलेज को अधिगृहीत करने का मामला मुख्यमंत्री के विचाराधीन है, जिस पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निजी मैडिकल कालेजों तथा निजी गैर-सहायता प्राप्त मैडिकल संस्थानों से एम.बी.बी.एस., बी.डी.एस., बी.ए.एम.एस. व बी.एच.एम.एस. सहित अन्य पाठ्यक्रमों की फीस सीमा निर्धारित की है। इसके पश्चात इनकी फीस संरचना में एकरूपता आने से विद्यार्थियों का वित्तीय शोषण रोका जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इनकी फीस के निर्धारण को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी हैं। इसके तहत एम.बी.बी.एस. पाठ्यक्रम के लिए ट्यूशन फीस व विकास शुल्क 10 लाख रुपए वाॢषक तथा एन.आर.आई. विद्यार्थियों के लिए आरंभिक फीस 1.10 यू.एस. डॉलर तय की गई है।

बी.डी.एस. के लिए देने होंगे सालाना 2.80 लाख
विज ने बताया कि बी.डी.एस. पाठ्यक्रम के लिए ट्यूशन फीस 2.80 लाख वार्षिक व एन.आर.आई. विद्यार्थियों के आरंभिक फीस 44 हजार यू.एस. डॉलर, बी.ए.एम.एस. तथा बी.एच.एम.एस. के 1.50 रुपए वाॢषक व 15 प्रतिशत एन.आर.आई. विद्यार्थियों के 25 हजार यू.एस. डॉलर फीस निर्धारित की है। इसी प्रकार बी.पी.टी., एम.पी.टी., बी.एस.सी. नॄसग व पोस्ट बी.एस.सी. नॄसग पाठ्यक्रम के लिए 60 हजार रुपए व 15 प्रतिशत एन.आर.आई. विद्यार्थियों के 15 हजार यू.एस. डॉलर तथा एम.एस.सी. नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए 75 हजार वार्षिक  व 15 प्रतिशत एन.आर.आई. विद्यार्थियों के 15 हजार यू.एस. डॉलर फीस निर्धारित की गई है। इनमें बी.पी.टी. एवं एम.पी.टी. को छोड़कर शेष सभी में फीस की वार्षिक वृद्धि 5 फीसदी हो सकेगी।