1857 की क्रांति को लेकर CM के अत्तिरिक प्रधान की इतिहासकारों के साथ मीटिंग आज

3/3/2021 11:13:00 AM

चंडीगढ़(धरणी): 1857 की क्रांति की याद में वीर जवानों की बहादुरी एवं शहादत को नमन करने के लिए हरियाणा राज्य के अम्बाला शहर में 22 एकड़ भूमि पर लगभग 300 करोड़ रुपए की लागत से भव्य और विशाल स्मारक का निर्माण किया जा रहा है। इस संबंध में आज हरियाणा सचिवालय की चौथी मंजिल पर मुख्यमंत्री के अत्तिरिक प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल की अध्यक्षता में इतिहास कारों से मीटिंग होगी।  


गौर रहे कि 10 मई 1857 में अम्बाला से जब प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन छिड़ा था उस दिन रविवार था। यह संयोग की बात है कि 10 मई 2015 को जब स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शहीद स्मारक का भूमि पूजन किया तब भी रविवार का दिन रहा। गृह मंत्री  अनिल विज के प्रयासों के चलते ही इस प्रोजेक्ट पर जोरों से काम किया जा रहा है। 


जानिए क्या है यहां का इतिहास
1857 में अम्बाला छावनी के 60 नेटिव, 5 नेटिव और 16 आर्टलरी प्लाटूनों के सैनिकों ने एक योजनाबद्घ तरीके से अंग्रेज सरकार के विरुद्घ आवाज बुलंद की थी। विद्रोह को मेरठ के रास्ते दिल्ली तक ले जाने की योजना थी। लेकिन सिपाही श्याम सिंह द्वारा इसकी जानकारी तत्कालीन डीसी को दिए जाने के कारण अंग्रेजों ने अम्बाला छावनी में विद्रोह करने वाले भारतीय सैनिकों को गिरफ्तार करके काली पल्टन पुल के नजदीक एक पेड पर लटकाकर गोलियों से मार दिया था। उन्होंने कहा कि वह इस पूरे घटनाक्रम के शेष दस्तावेजों को तलाशने में भी जुटे हैं। जिससे पूरा इतिहास भावी पीढ़ियों तक पहुंचाया जा सके।



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Content Writer

Isha