दिल्ली-मुंबई मेगा हाइवे में कट नहीं देने से फूटा मेवातियों का गुस्सा, महिलाएं भी भूख हड़ताल पर बैठी

11/8/2020 9:22:50 PM

मेवात (एके बघेल): देश के सबसे पिछड़े जिलों को जोड़ते हुए 81 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे दिल्ली-मुंबई-बड़ोदरा एक्सप्रेस-वे के बीचों-बीच मेवात इलाके में कट देने की मांग को लेकर मरोड़ा गांव में दर्जनों गांव के गणमान्य लोग और मांग को पूरा करवाने के लिए अब महिलाएं भी भूख हड़ताल पर बैठ गई।

धरना के आयोजक मेवात आरटीआई मंच और गालिब मौजी खान फाउंडेशन ने केंद्र और राज्य सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया गया। आगामी 8 नवंबर से अनिश्चितकालीन धरना मरोड़ा गांव में हाईवे के समीप करने का ऐलान किया गया था, लेकिन मांग पूरी नहीं होने के चलते मजबूरन धरना पर बैठना पड़ा। 



गौरतलब है कि नगीना-तिजारा प्रादेशिक हाईवे पर नगीना, पिनगवां, पुन्हाना और होडल तथा राजस्थान का तिजारा शहर पड़ता है। इनकी आबादी 10 लाख से अधिक है। नगीना क्षेत्र की अन्य मांगों में उपमंडल, विश्रामगृह, तहसील, अनाज मंडी, बस अड्डा, दमकल केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। इधर उमरा, मरोड़ा, बसई खांजादा, भादस, घागस, खेडली नूंह, नांंगल मुबारिकपुर स्कूलों को अपग्रेड कर नए सत्र से 12वीं की कक्षाएं लगाने की मांग उठी। 



फाउंडेशन ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से मेवात सहित देेेश के पिछड़़े जिलों की मेवात के मरोड़ा में कट नहीं देने से मेवात क्षेत्र की बहुत बड़ी आबादी मुख्यधारा से वंचित रह जाएगी। इसलिए केंद्र और राज्य सरकार को सर्वे कराकर नगीना-पिनगवां मार्ग पर एक कट देने की अत्यंत आवश्यकता है। इससे लोगों की भागीदारी बढ़ेगी और जिले के 70 फीसदी ट्रक-ड्राइवरों को दिल्ली -बड़ोदरा और गुजरात जाने-आने में आसानी हो जाएगी।

Shivam