मिड-डे मील वर्कर्स ने मांगों को पूरा करने के लिए किया प्रदर्शन

9/5/2019 10:04:30 AM

भिवानी: मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन सम्बंधित सीटू ने शहर में प्रदर्शन करके अपनी 13 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला उपायुक्त की ओर से तहसीलदार भिवानी के माध्यम से हल करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम भेजा है। इससे पहले वर्करों ने नेहरू पार्क में एकत्रित होकर बैठक का आयोजन किया, जिसकी अध्यक्षता यूनियन जिला प्रधान सुदेश रिवासा ने किया। 
वर्करों को सम्बोधित करते हुए सीटू के जिला उपप्रधान कामरेड ओमप्रकाश व सह सचिव कुलदीप बड़वा ने कहा कि केंद्र सरकार 45 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू न करके इन मजदूरों को शोषण कर रही है।

केंद्र सरकार ने आंगनबाड़ी व आशा वर्करों को जो राशि देने की घोषणा थी वह भी मिड-डे-मील वर्करों को नहीं दी गई। देश में 26 लाख मिड-डे मील वर्कर 3500 रुपए महीने में गुजारा करने पर मजबूर हैं। इसमें से भी छुट्टियों के पैसे काट लिए जाते हैं। मिड-डे-मील वर्करों ने न्यूनतम वेतन 18000 रुपए लागू करने, चौथे दर्जे का कर्मचारी मानने, सेवानिवृत्ति के सभी लाभ ग्रैज्यूटी, पैंशन, पी.एफ. व मैडीकल सुविधा देने, वर्कर्स की काम करते समय मृत्यु पर 5 लाख रुपए देने, साल में 2 वर्दी देने, मिड-डे मील योजना तथा स्कूलों का निजीकरण करना बंद होने, 12वीं तक के बच्चों को मिड-डे-मील में शामिल करने की मांग की। 

इस अवसर पर एक प्रस्ताव पारित करके उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर जिले में मिड-डे-मील बारे एक स्कूल में बच्चों को रोटी और नमक परोसने की घटना की वास्तविकता बताने पर यू.पी. सरकार ने एक पत्रकार के विरुद्ध आपराधिक मुकद्दमा दर्ज करवाने की घटना की कड़े शब्दों में ङ्क्षनदा करते हुए कहा कि झूठे मुकद्दमे पत्रकार जैसवाल के विरुद्ध वापस लेने की मांग की। इस अवसर पर सीटू नेता औमप्रकाश दलाल, बबली मोद, पूनम खरक, लक्ष्मी देवसर, बिमला सिवानी, चंद्रकला बहल, मुकेश पुर, पिंकी, कमलेश, गीता, भिवानी शहर के साथ संैकड़ों महिलाओं ने हिस्सा लिया।

Isha