लाइन में खड़े रहने को मजबूर मिडिल क्लास फैमिली

11/13/2016 4:23:43 PM

हिसार: मोदी सरकार द्वारा 500-1000 की करेंसी बंद करने से मध्यम वर्गीय परिवार की दिक्कतें दूर नहीं हो रही है। इन परिवारों के एक सदस्य को बैंकों की लम्बी लाइन में लगना पड़ रहा है। आज पांचवे दिन भी बंद हुई करंसी जमा करवाने के लिए लोगों की लम्बी लाइनें बैंकों के बाहर लगी हुई थी। कुछ जगहों पर इस कारण वाहन चालकों को परेशानी भी हुई। वहीं गांव बहबलपुर में पुलिस सहायता न मिलने से बेकाबू बैंक ग्राहकों की भीड़ के कारण बैंक शाखा बंद करनी पड़ी। 

शाखाओं के अंदर धक्का-मुक्की का खेल पूरा दिन चलता रहा। कुछ जगहों पर रुपए जमा करवाने के साथ भरने वाले फार्म खत्म होने से भी परेशानी हुई। यही नहीं ये फार्म ब्लैक में भी मिले। हर रोज की आज सुबह भी बैंकों के बाहर 500-1000 की करंसी जमा करवाने वालों की लम्बी लाइन लगी रही। सबसे बुरा हाल तलाकी गेट, रैड स्क्वेयर मार्कीट, जाट कॉलेज रोड, डाबड़ा चौक के आसपास के बैंकों में रहा। इन जगहों पर बैंक शाखाएं खुलते ही तेजी के साथ लोग अंदर घुसे। हर किसी को पुराने नोट जमा करवाने की जल्दी मची थी। लेकिन उन लोगों को दिक्कत हुई जो अपने साथ आई.डी. लेकर नहीं गए। 

इन लोगों को लम्बी लाइन में लगने के बावजूद बैरंग वापस लौटना पड़ा। कुछ लोग ऐसे भी थे जो थक-हारकर 2 घंटे में भी नम्बर न लगने पर वापस लौट गए। तलाकी गेट के पास काफी लम्बी लाइन लगी हुई थी। मुख्य मार्ग पर होने के कारण वहां हर समय दुर्घटना होने का डर बना रहता। वहीं डाबड़ा चौक स्थित पी.एन.बी. के बाहर कुछ के समय ग्राहकों के वाहन इतनी संख्या में खड़े हो जाते हैं कि जाम की स्थिति बनी रहती है।

सरकार को रखना चाहिए था मध्यमवर्गीय परिवार का ख्याल
तलाकी गेट बैंक के बाहर खड़े ऋषि नगर के रवि कुमार ने बताया कि सरकार का फैसला तो सही है, लेकिन यह मध्यमवर्गीय परिवार के सामने संकट भी बनकर खड़ा हो गया है। 50-100 रुपए के नोट न मिलने से उन्हें परेशानी हो रही है। घर का सामान उधार में खरीदना पड़ रहा है।  रामपुरा मोहल्ला के महेश कुमार ने बताया कि सरकार को राशन डिपो पर ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए थी कि वहां से हर कोई पुरानी करंसी देकर राशन का सामान आसानी से खरीद सकता है। महावीर कालोनी के मुकेश कुमार ने बताया कि वह सब्जी की रेहड़ी लगाता है लेकिन लोगों के पास खुले रुपए न होने से अधिकांश सब्जी बच जाती है, जिससे उन्हें नुक्सान उठाना पड़ रहा है। सूर्य नगर के नरेश कुमार ने बताया कि अब तक बैंकों की लाइन में जो लगा हुआ है वह दिहाड़ी मजदूरी करने वाला या नौकरी पेशा वाला है। कोई अमीर अभी तक लाइन में नहीं लगा है। 

कैनी में भरकर रख रहे हैं पैट्रोल-डीजल 
पैट्रोल पंपों पर बैंकों की तरह किसी तरह की दिक्कत न होने और कोई ब्लैक न होने से वाहन चालकों के लिए अब तक राहत भरा कदम है। वहां पर वाहन चालकों जरूरत से ज्यादा का तेल वाहनों में डलवा रहे हैं। पैट्रोल पंपों पर 500-1000 की करंसी चलन होने से वाहन चालक कैनी में तेल भरवा रहे हैं।