Mini Brazil: हरियाणा का ये गांव कहलाता है मिनी ब्राजील? जानें इसके पीछे की रोचक कहानी

punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 11:54 AM (IST)

हरियाणा डेस्कः हरियाणा के भिवानी जिले का अलखपुरा गांव आज पूरे देश में मिनी ब्राजील के नाम से जाना जाता है। इसकी वजह भी खास है यहां लगभग हर घर से एक नई फुटबॉल खिलाड़ी उभर रही है। अब तक 200 से ज्यादा लड़कियां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा चुकी हैं। फुटबॉल के प्रति इस अनोखी लगन ने अलखपुरा को भारतीय महिला फुटबॉल का मजबूत केंद्र बना दिया है।

गांव में खेल बना संस्कृति

अलखपुरा में फुटबॉल सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि जीवन का हिस्सा है। लड़कियों के लिए सुरक्षित और प्रोत्साहित करने वाला माहौल उपलब्ध है। नियमित अभ्यास के लिए विशेष मैदान तैयार किया गया है, जहां सुबह-शाम सैकड़ों खिलाड़ी प्रशिक्षण लेती नजर आती हैं। बाहरी कोचों का मार्गदर्शन और अभिभावकों का पूरा समर्थन इन बेटियों के आत्मविश्वास को नई ऊंचाई देता है।

संजू यादव बनीं नई पीढ़ी की प्रेरणा

भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तान और गांव की बेटी संजू यादव अलखपुरा की लड़कियों की सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। उनके अंतरराष्ट्रीय सफर ने गांव की हर बच्ची को बड़ा सपना देखने का साहस दिया है।

सुविधाओं में सुधार से बढ़ी ताकत

शुरुआत में संसाधनों की कमी थी, लेकिन समय के साथ हरियाणा खेल विभाग ने गांव में सुविधाओं को मजबूत किया। महिला कोच सोनिका बिजारणिया की नियुक्ति इसके बाद एक बड़ा कदम साबित हुई। उनके प्रशिक्षण ने खिलाड़ियों की तकनीक और प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार किया। नतीजतन, भिवानी जिला 2014 से अब तक अंडर-14, अंडर-17, अंडर-19 और सीनियर—हर आयु वर्ग में पहला स्थान हासिल करता आ रहा है।

सफलता मैदान से नौकरी तक

अलखपुरा की बेटियां सिर्फ खेल में ही नहीं, करियर में भी कमाल कर रही हैं। 2014, 2015 और 2016 में सुभ्रोतो कप जीतने वाली कई लड़कियां आज विभिन्न सरकारी विभागों में सेवाएं दे रही हैं। करीब 50 से ज्यादा खिलाड़ी सरकारी नौकरियों में चयनित हो चुकी हैं, जो गांव की उपलब्धियों को और मजबूत बनाता है।

देश के लिए बनी मिसाल

अलखपुरा आज पूरे भारत के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है। यहां की खेल संस्कृति, बेहतर संसाधन और परिवारों का सहयोग साबित करता है कि अवसर मिलने पर गांव की बेटियां किसी भी क्षेत्र में विश्व स्तर तक पहुंच सकती हैं। संजू यादव की राह पर चलते हुए कई बच्चियां अब देश के लिए खेलने का सपना संजोए मेहनत कर रही हैं। इसी जुनून और प्रतिबद्धता के दम पर अलखपुरा आने वाले समय में महिला फुटबॉल का और भी बड़ा हब बनने की ओर बढ़ रहा है।


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Content Editor

Deepak Kumar

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