एक्शन मोड में नजर आए CM, माइनिंग केस में 2 अधिकारी सस्पेंड(Video)

11/14/2017 2:54:15 PM

नारनौल( भालेंद्र यादव): अक्सर सुस्त नजर आने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर यहां लगे जनता दरबार में ऑल राऊंडर मुद्रा में नजर आए। लगभग 2 घंटे तक चले जनता दरबार के दौरान मुख्यमंत्री ने कुछ अधिकारियों पर सख्ती दिखाई तो कुछ पर नरमी बरतते भी देखे गए। दरबार में शिकायत सुनते हुए मुख्यमंत्री ने जिला खनन अधिकारी राजेश सांगवान को तत्काल प्रभाव से न केवल सस्पेंड किया, बल्कि उसे वहां से चले जाने को भी कह दिया। मामले में गांव बामणवास के पास अवैध खनन व वाशिंग प्लांटों के चलने का आरोप लगाया था। इस पर मुख्यमंत्री संतुष्ट नहीं हुए व तत्काल प्रभाव से खनन अधिकारी को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए। 

वहीं, एक लड़की की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने सतनाली से केंद्रीय विश्वविद्यालय के बीच चलने वाली बस के परिचालक रघुबीर सिंह को भी सस्पेंड करने के आदेश दे दिए।  परिचालक पर लड़की ने उसके साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने उक्त बस परिचालक के खिलाफ मामला दर्ज करने के भी आदेश दिए हैं। इसके साथ ही एक ऐसा मामला भी सामने आया, जिसमें दोनों पक्ष भाजपा नेताओं से जुड़े थे। इसमें विहिप के प्रदेश अध्यक्ष दिवंगत कांति लाल सैनी के स्कूल के खिलाफ  भाजपा के प्रदेश सह-प्रवक्ता सत्यव्रत शास्त्री के पुत्र अजय आर्य की शिकायत पहुंची और सी.एम. ने भाजपा नेता सत्यव्रत शास्त्री की शिकायत शिक्षामंत्री को सौंप दी। इसके अलावा एक पुरानी शिकायत गांव भुंगारका की भी थी। इसमें एक महिला पंच व पूर्व सरपंच राजेन्द्र सिंह ने गांव के वर्तमान सरपंच पर आरोप लगाया कि उक्त सरपंच पंचों के जाली हस्ताक्षर करके गलत कार्य कर रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले की विजीलैंस से जांच करवाने के आदेश दे दिए। गांव चिनालिया में भी पंचायती भूमि पर अवैध कब्जा करने का भी मामला सामने आया।

जी.एम. से बोले, अपनी तैयारी कर लें
सी.एम. ने नारनौल रोडवेज डिपो महाप्रबंधक सुरेंद्र यादव को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके खिलाफ  भी सबूत आ गए हैं। बस उनको चैक करना बाकी है, इसके बाद वे भी अपनी तैयारी कर लें। सी.एम. के इस रुख को देखकर ऑडिटोरियम हॉल में बैठे अधिकारी घबरा गए व एक-दूसरे को देखने लग गए।

महिला सरपंच ने लगाया अपमान का आरोप
एक अन्य दिलचस्प मामला गांव निवाजनगर की महिला सरपंच की तरफ से भी आया। महिला सरपंच ने बताया कि प्रशासन द्वारा भी उनका सम्मान नहीं किया जाता तथा अनेक बार उनका अपमान किया गया है। उन्होंने बताया कि गांव के कुछ प्रभावी लोग पंचायत की भूमि पर अवैध कब्जे कर रहे हैं। प्रशासन इस पर कुछ भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को पूरी सतर्कता से कार्रवाई करने के आदेश दिए।

दाल घोटाले में जांच के निर्देश
गांव कमानिया के रामपाल फौजी ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग पर आरोप लगाते हुए बताया कि नांगल चौधरी क्षेत्र में गत मास वितरित की गई दाल में भारी घोटाला किया गया है। इस पर मुख्यमंत्री ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक से पूछा तथा शंका होने पर इस मामले की जांच के आदेश दे दिए। इस आरोप का नांगल चौधरी के विधायक डा. अभयसिंह यादव ने भी समर्थन किया। ऐसा नहीं कि सी.एम. केवल अधिकारियों पर ही बरसे। जहां उन्हें लगा कि कुछ लोग शिकायत की आड़ में अधिकारियों को दबाने का प्रयास कर रहे हैं वहां उन्होंने परिवादियों को भी फटकार लगाई।