मंत्री अनिल विज की ‘दरियादिली’, भारत बायोटेक से खर्चा लेने से किया इंकार

5/15/2021 8:44:12 PM

 

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य व निकाय मंत्री अनिल विज को को-वैक्सीन का निर्माण करने वाली कम्पनी भारत बायोटेक ट्रायल के दौरान इंजेक्शन लगवाने व उसके बाद कोविड पॉजिटिव हो जाने से लम्बा समय तक विभिन्न अस्पतालों में उपचार के दौरान खर्च हुई राशि देना चाहती है। लेकिन विज ने कोई भी खर्च लेने से मना कर दिया है। विज ने भारत बायोटेक की हरियाणा की नोडल ऑफिसर सरिता वर्मा से कहा कि वह उनका यह केस स्टडी करवाएं कि आखिर ऐसा होने के क्या कारण रहे?

मंत्री अनिल विज वैसे तो अपने सख्त मिजाजी के लिए जाने जाते हैं। जनता को हर सुख सुविधा दिलाने के लिए वे अक्सर सख्त फैसले लेते हैं। लेकिन इतनी सख्त मिजाजी के बीच उनका दरियादिली जैसा चेहरा भी देखने को मिलता है। बता दें कि इस बार मंत्री अनिल विज ने भारत बायोटेक के प्रति बड़प्पन और दरियादिली का परिचय दिया है। दरसअल भारत बायोटेक ने मंत्री अनिल विज को फोन कर वैक्सीन के ट्रायल के बाद कोरोना होने पर उसके इलाज के लिए खर्चे देने की पेशकश की थी। 



बता दें कि बीते साल 20 नंवबर को मंत्री अनिल विज ने ट्रायल के तौर पर भारत बायोटेक की वैक्सीन लगवाई थी, लेकिन 14 दिन बाद 5 दिसंबर को मंत्री अनिल विज कोरोना से संक्रमित हो गए थे। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। 12 दिसंबर को पीजीआई रोहतक उसके बाद मंत्री विज को मेदांता में भर्ती करवाया गया था जहां मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री अनिल विज के फेफड़े 80 प्रतिशत से अधिक इंफेक्टेड पाए गए थे। जिसके बाद उनका केस वल्र्ड फॉर्म में ट्रांसफर किया गया था जहां पर लगभग 1 महीना उनका इलाज चला।

अब तक लगभग 7 महीनों से उनका इलाज चल रहा है और अभी भी कोरोना के बाद से अनिल विज को ऑक्सीजन लेनी पड़ती है। तो अब वहीं लगभग 7 महीने बाद भारत बायोटेक ने इलाज के लिए हुए तमाम खर्चे देने की पेशकश की। मगर मंत्री अनिल विज ने बड़प्पन और दरियादिली का परिचय देते हुए इलाज का खर्चा लेने से इंकार कर दिया।
 

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Content Writer

Shivam