यह है राज्यमंत्री अनूप धानक का पैतृक गांव, जहां जाम है सीवरेज और.......

1/22/2020 12:50:38 PM

हिसार (ब्यूरो): स्वच्छता में अव्वल आने के लिए इन दिनों अनेक कदम उठाने का ढिंढोरा पिटने वाले प्रशासन को शहर की गंदगी, जाम हुए सीवरेज दिखाई नहीं देते। हिसार में तो ऐसे स्थानों पर भी गंदगी फैली है जो पॉश इलाके हैं। वैसे स्वच्छ भारत अभियान को प्रशासन किस कद्र लेता है, इसको राज्य मंत्री अनूप धानक और नगर निगम की पूर्व मेयर शकुन्तला राजलीवाला के पैतृक गांव राजली की फिरनी देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। 

यहां पर काफी समय से गली में कीचड़ की भरमार है। हालांकि ग्रामीणों ने एक साल पहले सी.एम. विंडो में शिकायत लगाई तो उसको मांग कहकर बंद कर दिया गया। वहीं अब उपायुक्त को शिकायत देकर समाधान की मांग की गई है।
 पिछले दिनों राजली-सरसौद सड़क पर गांव की फिरनी वाली गाली के कुछ भाग को ऊंचा उठाया गया था जिसके कारण जांगड़ा चौपाल के सामने जो फिरनी की सड़क है, उस पर पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इसके कारण वहां पर सड़क पर पानी एकत्रित होता रहता है और इसमें कूड़ा व मिट्टी मिल गई है और पूरी सड़क कीचड़ में तब्दील हो चुकी है।

इसके कारण वहां से ग्रामीणों का पैदल, साइकिल, मोटरसाइकिल और स्कूटर पर निकलना दूभर हो चुका है। स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों व महिलाओं को यहां से गुजरने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।  इसके कारण वहां से निकलने के लिए कीचड़ में पांव रखना हर ग्रामीण की मजबूरी हो चुकी है और क्षेत्र में बीमारी फैलने का खतरा मंडराने लगा है। एक स्थान से पुलिया भी टूटी हुई है जिसके कारण वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो जाता है।



ग्रामीणों ने कहा- सुनवाई नहीं तो अदालत में दायर करेंगे याचिका 
राजली गांव के एडवोकेट नवीन राजली, महाबीर, शीशपाल, कुलदीप आदि ने बताया कि इस बारे में वे कई बार सरपंच, बी.डी.पी.ओ., जिला पार्षद राजबीर खेदड़ और उपायुक्त तक कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने मांग की है कि गली का लेवल जल्दी से जल्दी सही करवाया जाए ताकि ग्रामीणों को इस समस्या से समाधान हो सके। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि मामले का समाधान नहीं निकला तो मजबूरन ग्राम पंचायत व जिला प्रशासन के खिलाफ  न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी।

ट्विटर पर खट्टर, दुष्यंत और विज को हो चुकी है शिकायत
एडवोकेट नवीन राजली ने बताया कि उन्होंने 13 जनवरी को अपने ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, राज्य मंत्री अनूप धानक, बरवाला के विधायक जोगीराम सिहाग को टैग किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी प्रकार मंत्री ने स्वास्थ्य के मद्देनजर गंदगी की फोटो ट्विट करने का आह्वान किया था तो उनको भी गांव की फिरनी में जमा गंदगी की फोटो टैग की लेकिन कुछ नहीं हुआ।

Isha