मंत्री विज ने की पैरवी- पंजाब की तर्ज पर सरकारी ड्राईवरों के लिए सचिवालय में बने रेस्ट रूम

4/28/2021 7:20:57 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा राज्य के गठन के दिन 1 नवम्बर 1966 को हरियाणा का सचिवालय भी पंजाब से अलग हुआ था। तब से लेकर आज तक 55 सालों में हरियाणा की कई सरकारें आई व गई। कई मुख्यमंत्री व मंत्री आए, लेकिन सचिवालय में मंत्रियों और अफसरों की कारों के ड्राईवरों के बैठने की कोई व्यवस्था आज तक नहीं हो सकी, जबकि पंजाब सचिवालय में ड्राईवरों का रेस्ट रूम बना हुआ है, जिसमें बाथरुम व बैठने की पूर्ण व्यवस्था है।



वहीं हरियाणा सचिवालय में मंत्रियों व अफसरों के ड्राइवर भयंकर गर्मी, वर्षा, सर्दी कोई भी तापमान हो में खुले में पेड़ो के नीचे बैठ अपना समय व्यतीत करते नजर आते हैं। जिनके पास बैठने का कोई ठिकाना नहीं है। पिछले 55 वर्षों में बहुत से चालक सेवानिवृत्त होकर चले गए, कई आज सेवानिवृत्ति के निकट हैं। हरियाणा में सत्तासीन लोगों की शायद इधर नजर नहीं गई। लेकिन हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य व निकाय मंत्री अनिल विज ने चीफ सेक्रेटरी हरियाणा को लिखे पत्र में हरियाणा सचिवालय में मंत्रियों, अधिकारियों के ड्राईवरों के बैठने के लिए पंजाब की तर्ज पर जल्द से जल्द ड्राइवर रेस्ट रूम बनाने की बात कही है। 



मंत्री विज के पत्र की मुख्य बातें-
पीने के पानी की सुविधा के साथ बॉथरूम की व्यवस्था होनी चाहिए।
सचिवालय में मंत्रियों, अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था है, इनके ड्राईवरों को बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए।

 हरियाणा सचिवालय में मंत्रियों और अफसरों की कारों के ड्राईवरों के बैठने की व्यवस्था की आवाज लिखित रूप से अनिल विज ने उठाई है। अब देखना यह है कि चीफ सेक्रेटरी हरियाणा इस पर कब तक प्रभावी कदम उठाते हैं।

Content Writer

Shivam