सिरसा में बैठा एक दंपति, कहा- डेरे के पास है हमारा बेटा

9/8/2017 12:07:55 PM

सिरसा(सतनाम सिंह): 25 अगस्त को पंचकूला की हिंसा में जहां कई घर उजड़ गए वहीं हैदराबाद के रहने वाले दंपति को उनके बिछड़े बेटे की झलक भी देखने को मिली। पंचकूला हिंसा में 8 साल बाद अपने बेटे को देखने के बाद माता-पिता को विश्वास है कि सिरसा में चल रहे सर्च अभियान में उनका बेटा शादाब भी सही सलामत उन्हें मिल जाएगा। 

जानकारी के अनुसार शादाब कोटा का रहने वाला है। वह 8 साल से गुमशुदा था। शादाब के पिता बुम्शाद ने बताया कि 2009 में उनका बेटा किसी काम के सिलसिले में हैदराबाद गया था लेकिन वापसी में वो रास्ते से ही गायब हो गया। उन्होंने अपने बेटे को ढूंढने की तमाम कोशिशे की लेकिन शादाब नहीं मिला। दंपति ने थक हार कर सब ईश्वर के हाथ में छोड़ दिया। ईश्वर ने 8 साल बाद अपना जलवा दिखा दिया।

25 अगस्त को डेरा चीफ के पंचकूला के लिए रवाना होने से पहले डेरा प्रमुख की गाड़ी के आगे कुछ लोग लेट रहे थे। उन्हीं में से एक उनका बेटा भी था। 25 अगस्त को वो लोग टीवी देख रहे थे तो गुरमीत राम रहीम की गाड़ी के आगे उनका बेटा रोता और लेटता नजर आया तभी उन्होंने उसे तुरंत पहचान लिया। जिसके बाद उन्होंने डीएसपी से बात की। डीएसपी ने भी उन्हें पूरा भरोसा दिलाया है कि वे उनका बेटा ढूंढ़ने में उनकी पूरी मदद करेंगे। 

वहीं शादाब की मां मुमताज़ ने बताया कि उन्होंने साफ तौर पर अपने बेटे को टीवी में पहचाना लेकिन उन्हें लगता है कि शायद उसकी यादाश्त जा चुकी है। अब दंपति इस आस में सिरसा आया है कि इस सर्च अभियान में उनका बेटा भी उन्हें मिल जाएगा।