लापता कोरोना पॉजिटिव बने शहर के लिए भारी मुसीबत, पुलिस ने लैब प्रबंधकों को दिए ये निर्देश

6/8/2020 1:04:57 PM

फरीदाबाद (महावीर गोयल) : जिले में लापता कोरोना पॉजिटिव मरीज शहर के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। दरअसल, जिले में जैसे-जैसे कोरोना के नए मामले बढ़ते जा रहे हैं, वैसे-वैसे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही का आलम भी बढ़ता जा रहा है। सूत्रों की मानें तो कई ऐसे लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है जिनका मोबाइल नंबर व घर का पता उक्त मरीजों द्वारा गलत लिखवाया गया है। ऐसे में उन लोगों को ढूंढना स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। हैरानी की बात यह है कि गाइडलाइन्स के बावजूद सैंपल लेने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी न तो सैंपल लेने से पूर्व व्यक्ति द्वारा लिखवाए गए मोबाइल नंबर की जांच करते हैं और न ही पते की। 

इतना ही नहीं कई लोगों से तो आधार नंबर भी नहीं लिए जा रहे। जिसके चलते अब उनकी यह लापरवाही शहर के लोगों को मुश्किल में डाल सकती है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही को देखते हुए हाल ही में पुलिस आयुक्त ने इस पर संज्ञान लिया है और निर्देश जारी किए गए हैं कि बिना मोबाइल नंबर और घर के पते की पुष्टि किए व्यक्ति के सैंपल नहीं लिए जाएंगे और यदि मोबाइल नंबर और पता फर्जी पाया जाता है तो उक्त व्यक्ति का कोरोना टेस्ट नहीं किया जाएगा तथा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। ऐसे में पुलिस आयुक्त के आदेशों के बाद स्वास्थ्य विभाग नई व्यवस्था सोमवार से लागू कर सकता है।

औद्योगिक नगरी अब कोरोना नगरी बनती जा रही है। रविवार को 106 नए मामले कोरोना के सामने आए जबकि 3 कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई। जिले में अब कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 771  हो गई है जिसमें से एक्टिव मरीज 518 है जिसमें से 231 मरीज अस्पताल में उपचाराधीन हैं जबकि 287 मरीज होम आइसोलेशन पर हैं। वहीं अब जिले में कोरोना से 14 मौत हो चुकी हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। इससे पहले भी कोरोना के टैस्ट के लिए सैंपल देने आए लोगों के मोबाइल नंबर व लिखवाए गए घर के पते की पुष्टि नहीं हुई थी और उसमें से कुछ की रिपोर्ट जब पॉजिटिव आई तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया परंतु उससे भी विभाग के कर्मचारियों ने सबक नहीं लिया।

सूत्रों की मानें तो ऐसे कई मामले कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं, जिनके लिखवाए घर के पते व मोबाइल नंबर पर जब स्वास्थ्य विभाग ने संपर्क किया तो उस पते पर वह व्यक्ति रहता ही नहीं है और फोन नंबर भी गलत है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को इस बात की चिंता सता रही है कि ये कोरोना पॉजिटिव कहीं फरीदाबाद में सामुदायिक संक्रमण का खतरा न पैदा कर दें।

हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपनी इस लापरवाही को छिपा रहे हैं तथा कुछ भी स्पष्ट कहने को तैयार नहीं हैं परंतु पुलिस आयुक्त द्वारा दिए गए निर्देश इस बात की पुष्टि करते हैं कि बड़े स्तर पर स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरत रहा है। इससे पूर्व लगभग एक दर्जन करोना पॉजिटिव अपनी रिपोर्ट लेने सिविल अस्पताल आ चुके हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वार रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज से स्वयं संपर्क किया जाता है। मरीजों के स्वयं रिपोर्ट लेने आने की खबर से अब लोग बीके अस्पताल जाने से भी कतराने लगे हैं वहीं अस्पताल के स्टाफ में भी भय का माहौल है।

Edited By

Manisha rana