हरियाणा विधानसभा परिसर में अब विधायक नहीं कर पाएंगे प्रदर्शन या नारेबाजी

7/14/2020 4:27:16 PM

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा विधानसभा में अब आपको बहुत कुछ बदला-बदला सा नजर आएगा। लेटलतीफी की आदत से मजबूर कर्मचारियों को सुधारने की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। साथ ही विधानसभा सत्र में नारेबाजी कर अड़ंगा डालने वाले विधायकों को भी अपनी आदतों में सुधार करना पड़ेगा। इसका बीड़ा किसी ओर ने नहीं बल्कि हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ने उठाया है।

कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के कई विधायकों ने विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना व प्रदर्शन किया था। इसे देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता ने कड़े कदम उठाए हैं। विधानसभा परिसर में प्रदर्शन या नारेबाजी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 3 माह में 2 बार स्पीकर का औचक निरीक्षण इस बात को साबित करने के लिए काफी है कि विधानसभा के गैरजिम्मेदारी और लेटलतीफी अब नहीं चलेगी। 

हरियाणा विधानसभा में कर्मचारियों का लेट आना आम सी बात थी, लेकिन अब इस पर कड़ा संज्ञान ले लिया गया है। गुप्ता ने 3 माह पहले विधानसभा में खुद औचक निरीक्षण किया था, जिसमें 82 कर्मचारी ऐसे पाए गए जो ड्यूटी टाइम से काफी लेट थे या फिर बिल्कुल नदारद पाए गए। गुप्ता द्वारा उस समय सभी 82 कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी गई, लेकिन कर्मचारी हैं कि मानने को तैयार नहीं। 

3 माह के बाद स्पीकर ने अधिकारियों के माध्यम से चेकिंग करवाई। जिसमें 48 कर्मचारी फिर से लेट पाए गए। जिनमें से कुछ कर्मचारी तो ऐसे थे जो पिछली बार गुप्ता की लेट कर्मचारी लिस्ट में शामिल हो चुके थे। इन कर्मचारियों से गुप्ता काफी नाराज दिखे। उन्होंने ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की तैयारी कर दी है। जो कर्मचारी पहली बार गलती में आए हैं उनको नोटिस दिए गए हैं। जिस पर कर्मचारियों को नोटिस का सन्तोषजनक जवाब देना होगा। अगर कर्मचारी ऐसा न कर पाए तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। 

विधानसभा सत्र में अड़ंगा डालने वाले विधायकों को भी अब सुधरना होगा
कर्मचारियों के साथ-साथ विधानसभा सत्र में अड़ंगा डालने वाले विधायकों को भी अब सुधरना होगा। क्योंकि विधानसभा सीमा क्षेत्र में प्रदर्शनों पर पूर्ण पाबंदी लगा दी गई है। इससे पहले विपक्षी विधायक कार्यवाही में बाधा डालने की नियत से गांधी प्रतिमा के पास नारेबाजी शुरू कर देते थे। जिससे विकास परियोजनाओं में रूकावट आती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं कर पाएंगे।

स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने की छापेमारी
बता दें कि स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को विधानसभा में ही शिकायत मिल रही थी कि अनेक कर्मचारी देरी से कार्यालय आ रहें हैं। इसलिए गुप्ता ने बीते कल सुबह ही अचानक छापेमारी कर दी। जिसमें 35 कर्मचारी दस बजे तक भी कार्यालय नहीं पहुंचे थे। गुप्ता पहले भी एक बार ऐसा कर चुके हैं। ऐसे सभी को नोटिस जारी किए गए हैं। जो अनुपस्थित थे। बड़ी बात यह है कि स्पीकर की ओर से करीब तीन माह पहले भी चेकिंग कराई गई थी। उस वक्त भी 89 कर्मचारी ऐसे थे, जो समय पर नहीं पहुंचे। ऐसे में जो कर्मचारी दोनों कार्रवाई के दौरान देरी से आया है, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। 

बताया गया है कि कुछ कर्मचारी सूचना मिलने पर भी कार्यालय नहीं आए और अपनी अवकाश की एप्लीकेशन लगवा दी। स्पीकर गुप्ता ने बताया कि  विधानसभा में कार्यालय खुलने का समय सुबह नौ बजे का है ,लेकिन ये दस बजे तक भी नहीं आए। इसलिए सभी को नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देरी से आना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Edited By

vinod kumar