बाल विकास मंत्रालय ने जारी किए आंकड़े, हरियाणा मे 3 साल में 10 हजार से अधिक बच्चें लापता

8/23/2019 11:25:09 AM

चंडीगढ़ (शुक्ल): हरियाणा में वर्ष 2014 से 2016 के बीच, 3 वर्ष के दौरान दस हजार से अधिक बच्चे लापता हुए, जिनमें से 5863 बच्चों, यानि 50 फीसदी से अधिक, को ढूंढा नहीं जा सका। उपरोक्त आंकड़े सिर्फ 18 साल की उम्र तक के बच्चों के हैं। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से विभिन्न राज्यों के विषय में एकत्रित जानकारी में बताया गया कि हरियाणा में वर्ष 2014 में पिछले वर्षों के गायब बच्चों को मिलाकर कुल संख्या 3281 थी, जिनमें 1452 लड़कियां और 1829 लड़के थे। अकेले वर्ष 2014 में 1299 बच्चे खोए, जिनमें से 653 लड़कियां और 646 लड़के शामिल थे।

वर्ष 2014 में 821 बच्चों को खोज निकाला गया जिनमें 390 लड़कियां और 431 लड़के थे। इसमें 2014 दौरान और उससे पहले लापता बच्चे शामिल हैं। कुल 2239 बच्चों (1062 लड़कियां और 1177 लड़के) का पता नहीं लगाया जा सका।   इसी प्रकार वर्ष 2015 और उससे पूर्व के वर्षों में गायब बच्चों की संख्या 3208 थी, जिनमें 1554 लड़कियां और 1654 लड़के थे। वर्ष 2015 दौरान 1736 (894 लड़कियां, 842 लड़के) बच्चे लापता हुए।

इस वर्ष 1401 बच्चों (740 लड़कियां, 661 लड़के) का पता लगाया गया, जिनमें उस वर्ष दौरान और उससे पहले लापता बच्चे दोनों ही शामिल हैं जिनका पता नहीं लग पाया, की संख्या 1744 थी जिसमें 814 लड़कियां और 930 लड़के थे। वर्ष 2016 दौरान और उससे पूर्व लापता बच्चों की संख्या 3575 थी जिसमें 1787 लड़कियां व 1788 लड़के थे। वर्ष 2016 दौरान 1768 बच्चों के लापता होने की सूचना है जिसमें 973 लड़कियां और 795 लड़के थे। इनमें से 1695 (877 लड़कियां और 818 लड़के) को खोज निकाला गया जबकि 1880 (910 लड़कियां और 970 लड़के) बच्चों का पता नहीं चल सका था।

Isha