महामारी अलर्ट से गुरुग्राम में 1500 से ज्यादा शादियां कैंसिल, 30 करोड़ के नुकसान का अनुमान

5/12/2021 9:12:15 AM

बादशाहपुर : हरियाणा सरकार की नई गाइडलाइंस महामारी अलर्ट के बाद अब गुरुग्राम में बेकेंट हॉल, गार्डन, होटल, कम्युनिटी सेंटर तथा अन्य जगहों पर होने वाली सभी तरह की शादियाँ कैंसिल हो गई हैं। नई गाइडलाइंस में अब शादियाँ केवल घरों व कोर्ट में हो सकती हैं। टेंट वेलफेयर एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार इस सीजन में सरकार के इस आदेश के बाद करीब 1500 से ज्यादा शादियाँ केंसिल हो गई हैं। जिससे गुरुग्राम में केंसिल हुई शादियों से 30 करोड़ का नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। गुरुग्राम में एसोसिएशन से रजिस्टर्ड 72 बेकेंट हॉल के आलावा करीब 150 कुल मिलाकर छोटे बड़े शादी समारोह स्थल हैं। जिससे इस बार सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइंस के अनुसार अब 11 लोगों के साथ घरों व कोर्ट में शादी के आदेश के बाद बेंकेट व टेंट कारोबारियों सहित सेकड़ों लोगों का कारोबार चौपट होने से गुरुग्राम में 30 करोड़  नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।

नई गाइडलाइंस में दंड का प्रावधान 
सरकार की नई गाइडलाइंस के अनुसार यदि कोई भी व्यक्ति शादी समारोह में निर्धारित संख्या से ज्यादा लोगों को एकत्रित करता है और बेकेंट हॉल सहित अन्य समारोह स्थल में शादियाँ करता है तो उनके खिलाफ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 और 60 और भारतीय दंड संहिता की धारा 188 सहित अन्य कानूनी प्रावधानों के अंतर्गत दंडित किया जाएगा।


इन वेंडरों पर गिरी सबसे बड़ी गाज
शहर में करीब 1500 से ज्यादा शादियाँ कैंसिल होने से सबसे बड़ा नुकशान लेबर तबका, फूल विक्रेताओं, एलेक्ट्रानिक सामान, फर्नीचर, कपड़ा व्यापारी, कार व बाइक डीलर, किरयाना सामान, सब्जी व फल विक्रेता, दूध पनीर विक्रेता, कोल्ड व सॉफ्ट ड्रिंक डीलरों सहित करीब 50 से ज्यादा छोटे बड़े वेंडरों पर बड़ा असर बड़ा है, जिनका कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया।

दिल्ली एनसीआर के लोगों की पसंद गुरुग्राम के होटलों में शादी
यहां के कारोबारी बताते हैं कि गुरुग्राम के 5 स्टार होटल व 3 स्टार होटल शादियों के दिनों में फुल हो जाते थे। ज्यादातर लोग शादियों के लिए गुरुग्राम को टाप पर रखते थे, लिहाजा यहां शादियों पर सैकड़ों करोड़ का कारोबार निर्भर होता है। जो कोविड की वजह से अब फीका है। 


बहुत से लोगों ने नहीं लिया एडवांस वापस, कई को वापस मिला ही नहीं
ज्यादातर लोग शादी के 2 माह पहले ही होटल या मैरिज हॉल बुक कर देते हैं इसके लिए बुकिंग राशि लगती है। यहां के एसोसिएशन की माने तो कुछ ऐसी एजेंसियां हैं जो शादी कराने की कांटैक्ट लेती हैं, अगर उन्होने एडवांस लिया है तो वो पैसे वापस नहीं करते, लेकिन मैरिज हॉल वाले ज्यादातर ऐसे मामले आए हैं जिसमें एडवांस ज्यादा मिलता ही नहीं, लो बुकिंग राशि 10 से 5 हजार की करते हैं। शादी के 15 दिन पहले पैसे देने होते हैं, इस बार माहौल ऐसा था जिसको लेकर जयादातर लोग पहले से सतर्क थे, इस लिए ज्यादा एडवांस मिलती का या लेने का समय ही नहीं मिला।

ऑल इंडिया टेंट वेलफेयर एसोसिएशन के जनरल सेक्टरी तथा प्रदेश अध्यक्ष अनिल राव कहते है कि इस महामारी में जीवन बचाना जरूरी है, इसलिए भीड़ कम होनी चाहिए, लेकिन सरकार के तुगलकी फरमान से टेंट कारोबारियों को बड़ा नुकसान हुआ सरकार 11 आदमियों के साथ भी शादियों को बेकेंट हाल में करने की इजाजत दे सकती थी, जोकि सरकर की व्यापारी विरोधी नीति है।

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Content Writer

Manisha rana