अधिकांश मांगें मानी जा चुकी हैं, हड़ताल वापस लें कर्मचारी: जैन

10/4/2018 12:04:25 PM

चंडीगढ़(पांडेय): शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने कहा है कि सफाई कर्मचारियों की सभी मांगें माने जाने के बाद अधिकांश मांगों को लागू भी कर दिया गया है, ऐसे में कर्मचारियों की हड़ताल का कोई औचित्य नहीं है। कविता जैन ने बताया किसमझौते के अनुसार सफाई कर्मचारियों और सीवरमैनों का न्यूनतम वेतन 13,500 रुपए प्रतिमाह, झाड़ू भत्ता 2 रुपए से बढ़ाकर 150 रुपए प्रतिमाह, सफाई भत्ता 350 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए प्रतिमाह, छुट्टियों के दिन काम के बदले भत्ता 600 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए प्रति वर्ष तथा वर्दी भत्ता 240 रुपए से बढ़ाकर 440 रुपए प्रतिमाह कर दिया गया है। 

ठेका आधार पर कार्यरत फायरमैनों की संख्या भर्ती होने वाले फायरमैनों के विज्ञापन से कम करके नई शर्तों अनुसार फायरमैनों को विशेष मुहिम चलाकर फायरफाइटिंग कोर्स विभाग द्वारा करवाए गए। इसके साथ-साथ ठेका कर्मचारियों का ई.पी.एफ. व ई.एस.आई. की राशि कर्मचारियों के खातों में समय पर जमा करवाना, नियमित पालिका कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति लाभ समय पर देना तथा पालिका कर्मचारियों के भविष्य निधि की राशि नियमित तौर पर उनके खाते में जमा करवाना सुनिश्चित किया गया है।

 जैन ने कहा कि ठेका पर कार्यरत कर्मचारियों को विभाग के रोल पर लेने की मुख्यमंत्री से मंजूरी हो चुकी है और जल्द ही वित्त विभाग से मंजूरी के बाद यह मांग भी सिरे चढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि समझौता अनुसार कभी भी 15 हजार रुपए मासिक वेतन देने की बात नहीं मानी गई और न ही ठेके पर काम कर रहे मैनपावर को ऑन-रोल करने की मांग स्वीकार की गई। उन्होंने कहा कि यदि कर्मचारी नेताओं को इसमें किसी भी तरह की कोई गलतफहमी है तो कल बातचीत के लिए निमंत्रण दिया गया है और कर्मचारियों को यह हड़ताल वापस ले लेनी चाहिए।
 

Deepak Paul