दीपेंद्र को 40 विधायकों के समर्थन वाले बयान से राजनीति में हलचल

3/21/2020 8:47:51 AM

फरीदाबाद (महावीर) : कांग्रेस की ओर से राज्यसभा पहुंचे दीपेंद्र सिंह हुड्डा के उस बयान ने राजनीति में बवाल खड़ा कर दिया है जिसमें उन्होंने अपने साथ 40 विधायकों के समर्थन की बात कही है। दीपेंद्र हुड्डा ने यह दावा किया है कि उनके साथ कांग्रेस के 31 विधायकों सहित कुल 40 विधायकों का समर्थन था जिसमें जजपा व निर्दलीय विधायक भी शामिल थे। हालांकि दीपेंद्र हुड्डा ने जजपा व निर्दलीय विधायकों का नाम नहीं बताया लेकिन उनके इस बयान से हरियाणा की राजनीति में हलचल पैदा हो गई है।

यूं तो जजपा नेता व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व निर्दलीय विधायकों ने इसे ख्याली पुलाव करार दिया है लेकिन दीपेंद्र हुड्डा का यह बयान किसी न किसी रूप में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि जजपा के जिन विधायकों का समर्थन दीपेंद्र हुड्डा को मिला हुआ था, वे नाम आखिर कौन हैं। इसके साथ-साथ निर्दलीय विधायकों को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का माहौल है। 

दीपेंद्र हुड्डा ने यह भी कहा है कि वे राज्यसभा में जाकर पूरे हरियाणा की आवाज बुलंद करेंगे। दीपेंद्र हुड्डा ने किसी अन्य नेता के कांग्रेस प्रत्याशी होने पर कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग से भी इंकार करते हुए कहा कि कांग्रेस किसी भी नेता को राज्यसभा प्रत्याशी बनाती, कांग्रेस विधायक उसी का समर्थन करते। दीपेंद्र हुड्डा ने राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस हाईकमान पर बनाए गए दबाव से भी इंकार किया है। दीपेंद्र हुड्डा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से जाने को काफी दुखद बताते हुए कहा कि वे उनके निर्णय को समझ नहीं पाए हैं। जजपा-भाजपा गठबंधन के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह गठबंधन जनता के जनादेश के विपरीत है। जजपा को लोगों ने वोट भाजपा के खिलाफ दिया था, न कि भाजपा के समर्थन में। लोगों की भावनाओं के विपरीत जजपा का भाजपा के साथ मिलकर काम करना अनैतिक है। 

बेशक, दीपेंद्र हुड्डा द्वारा जजपा व निर्दलीय विधायकों के समर्थन की बात को जजपा व निर्दलीय नकार रहे हों लेकिन पिछले दिनों जजपा की बैठक से कुछ विधायकों का नदारद रहना और बलराज कुंडू के मुखर होते स्वर कहीं न कहीं दीपेंद्र हुड्डा की बात के सच होने की ओर इशारा कर रहे हैं। 

Isha