दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, बेटा ही निकला मां-बाप का कातिल

7/2/2017 1:11:04 PM

अंबाला(कमलप्रीत सभ्रवाल):जिस मां-बाप ने उंगली पकड़ कर चलना सिखाया उसी बेटे ने मां-बाप का कत्ल कर दिया। उल्लेखनीय है कि 28 जून को साहा चौक के पास बने एक कमरे में वृद्ध पति-पत्नी मृत पाए गए थे जिसमें मृतक दिवान सिंह की उम्र लगभग 80 वर्ष और पत्नी सुरेंद्र कौर की उम्र 75 वर्ष थी। कातिलों को गिरफ्तार करने को लेकर गांव पिलखनी के रहने वाले मृतक के रिश्तेदारों ने सड़क पर जाम लगा दिया था और मृतक के रिश्तेदारों ने पुलिस को शव तक नहीं उठाने दिए। उनका कहना था कि जब तक मृतक के बच्चे मौके पर नहीं पहुंचते हम उनके शव नहीं उठाने देंगे और वैसा ही हुआ । मृतक  दंपति के बेटे देर रात मौके पर पहुंच गए और बड़ी मुश्किल के बाद उन्होंने शव पुलिस को उठाने दिए। जिसके बाद साहा पुलिस व सी.आई.ए. स्टाफ अम्बाला के सहयोग से जांच शुरू हो गई और बेटों की शिकायत पर साहा पुलिस ने गांव पिलखनी के 5 लोगों को उठाकर जांच शुरू कर दी। 

पुलिस ने जब गहनता से जांच शुरू की और सूत्रों के हवाले से पुलिस को पता चला कि मृतक  दम्पति का बेटा तरसेम ही जांच के घेरे में आ रहा है। जब पुलिस व सी.आई.ए. स्टाफ ने जांच में सख्ती दिखाई तो मृतक के बेटे तरसेम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह एक दोस्त के साथ अपने पिता दिवान सिंह और माता के मिलने के लिए साहा आया और मां-बाप से बहस होने के बाद उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर मां-बाप को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस के ए.एस.आई. बनी सिंह ने सी.आई.ए. के सहयोग से मृतक  के बेटे तरसेम व उसके दोस्त के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तरसेम को गिरफ्तार कर लिया जबकि उसका दोस्त फरार बताया जा रहा है।

ताज्जूब की बात है कि मां-बाप के कातिल तरसेम कुमार ने ही बड़ा लड़का होने के नाते संस्कार के समय मुखाग्नी दी थी। उस समय किसी को क्या पता था कि एक मां-बाप का कातिल उस का बेटा ही हो सकता है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को दो जुलाई को न्यायालय में पेश कर रिमांड में लिया जाएगा ताकि इस मामले में संलिप्त सहयोगी को भी पकड़ा जा सके।