सरसों की खरीद 15 से व गेहूं की खरीद 20 अप्रैल से शुरू होगी : दुष्यन्त चौटाला

4/6/2020 4:00:21 PM

चड़ीगढ़ : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हरियाणा में सरसों की खरीद 15 व गेहूं की खरीद 20 अप्रैल से शुरू होगी। सरकार ने सभी व्यापक प्रबन्ध कर रखे हैं। सभी एजैंसियां सक्रिय है। किसानों को केंद्र से इंसैंटिव मिले, प्रयास चल रहे हैं, पत्र लिखा हुआ है। उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन के दौरान सरकार की दृष्टि हर मोर्चे पर है। उन्होंने ने कहा कि हमारे जहां पर पिछले तीन दिनों में कोरोना पॉजीटिव के मामले जरूर बढ़े हैं लेकिन मैजोरिटी केसिज कम्युनिटी ट्रांसमिशन के नहींं है। यह वार लायक सिचुएशन है जबकि गोलियां नहींं हैं। आज एक ऐसा वायरस है जो दिखता भी नहींं है उसका संक्रमण कैसे होगा उसके बारे में भी किसी को नहींं पता। उन्होंने कहा कि अगर कोई स्थिति ठीक न रही तो उसके कई संगठनों ने अपने विशाल परिसर देने की बात कही है। राधास्वामी डेरा इसमें प्रमुख है। प्रस्तुत हैं पंजाब केसरी के विशेष प्रतिनिधि चंद्रशेखर धरणी से हुई एक्सक्लूसिव बातचीत के प्रमुख अंश :-

प्रश्न : आपके पास कई ऐसे विभाग हैं जिनका जनता से सरोकार है जो एसैंशियल सर्विसेज में आते हैं। लॉकडाऊन के दौरान इस चुनौती को सरकार कैसे निभा रही है?
उत्तर : सरकार का एक-एक व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहा है। हमने हर प्रकार से एसैंशियल कमोडिटीज उपलब्ध हों, उसकी पूरी तैयारी की। बकायदा एक एक चीज को मॉनीटर किया और अब तो यह भी प्रयास किया जा रहा है कि रोजाना एसैंशियल कमोडिटी जैसे सब्जी हो दूध के प्राइस को मॉनीटर किया जाए। इसकी रेट लिस्ट जिलावार हम इशू करे कि तय रेट से ज्यादा अमाऊंट पर कोई भी चीज मार्कीट में न बेचा जाए। चाहे वह मास्क हो, चाहे सैनिटाइजर हो इन्हें भी रैगुलर मॉनीटर किया जा रहा है। हमारे सभी डिस्टलरीज को भी आदेश दिए गए हैं कि वे सैनिटाइजर बनाएं।

प्रश्न : बी.पी.एल. कार्ड धारकों के लिए क्या किया?
उत्तर : राशन की बात थी, हरियाणा सरकार ने तय किया था कि अपने हर राशन होल्डर को पहले वह ए.वाई. और बी.पी.एल. थे और उसके बाद ओ.पी.एच. को भी हमने शामिल किया था कि 5 किलो गेहूं,1 किलो चीनी 2 लीटर सरसों का तेल और उसके साथ केंद्र सरकार का जो निर्णय आया उसके बाद उसको दोगुना कर दिया गया। इसको हमने दो हिस्सों में प्लान किया क्योंकि गरीब आदमी एक दिन में अपना पूरा राशन स्टोर नहीं कर पाएगा। इसलिए हमने 5 तारीख को बी.पी.एल. को दिया है जबकि दूसरी किस्त में 15 अप्रैल को दिया जाएगा। जो रिपोर्ट मेरे पास आई है 1 बजे तक तीन जिलों भिवानी, दादरी और फतेहाबाद में 80 प्रतिशत लोगों ने अपना राशन ले लिया है। हमारी रेगुलर मॉनीटरिंग चल रही है कि हर बी.पी.एल. और ओ.पी.एच. तक राशन पहुंचाया जाए। उसके साथ जो  जिन पलायन करने वाले मजदूरों को जगह-जगह ठहराया गया है उनकी संख्या 16 हजार से अधिक है। उन्हें प्रॉपर राशन मुहैया करवाया जा रहा है। लगभग 30 हजार ऐसे मजदूर हैं जो कंस्ट्रक्शन साइट्स पर बैठे हैं। हमारे डी.डी. उन्हें लागातर मॉनीटर कर रहे है। यह सब छोटी-छोटी चीजें हैं और सरकार के एक एक व्यक्ति और अधिकारी ने और हमारी सोसायटी ने इसके अंदर बढ़-चढ़कर योगदान दिया है। बहुत से ऐसे लोग हंै जो पी.पी.ई. किट्स मुहैया करवा रहे हैं। बहुत से लोग सैनिटाइजर प्रोवाइड कर रहे हैं। उन संस्थाओं का भी आज हमें धन्यवाद करना चाहिए कि इस महामारी के अंदर उन्होंने भी बढ़-चढ़कर सरकार का साथ दिया है।

प्रश्न : लॉकडाऊन के दौरान 14 अप्रैल तक 8-9 दिन बचे हैं। इस दौरान आपने अपना समय कैसे व्यतीत किया?
उत्तर :
हमें तो डिपार्टमैंट्स को ओवरआल व्यू भी करना है उनकी मॉनीटरिंग भी करनी है। सरकार के अहम निर्णय भी होते हंै। निरंतर केंद्र सरकार से दिशा निर्देश भी आते हैं। मुझे लगता है हरियाणा सरकार ने हर चीज को बड़े अच्छे तरीके से मॉनीटर किया है और आज उसका नतीजा है कि अगर हम पूरे भारत मे देखे तो सबसे वेल मैनेज्ड स्टेटस में हरियाणा को देखा जाता है। हमारे जहां पर पिछले तीन दिनों में कोरोना पॉजीटिव के मामले जरूर बढ़े हैं लेकिन मैजोरिटी केसिज कम्युनिटी ट्रांसमिशन के नहींं है। मुझे लगता है कि इस महामारी से हम इस प्रदेश के तौर पर एक साथ होकर लड़ भी पाएंगे और निपट भी पाएंगे।

प्रश्न : लॉकडाऊन के दौरान लेबर भी मिलना मुश्किल है। ऐसे में सरकार के क्या कदम होंगे?
उत्तर :
हम अपने आपको पूरी तरह तैयार करके बैठे कि किसान का एक-एक दाना हम परचेज करेंगे। किसान भी खेत में जाता है तो सोशल डिस्टैंस का ख्याल रखता है। लेबर की बिल्कुल कमी है। हमने यह निर्णय किया है कि कम्बाइन और एग्रीकल्चर रिपेयर की दुकानों को खुलवाया जाए वहां भी सोशल डिस्टैंस बनाए रखने के आदेश जारी किए हंै। किसान भी इस मामले में सुलझा हुआ है और किसान भी चाहता है कि इस बीमारी को पहले देश से हटाया जाए। मुझे लगता है किसान भी इस घड़ी में हमारा साथ देगा। वह भी अपनी फसल को एक दिन की बजाय सेग्रिगेट करके कई दिनों में लेकर आएगा। केंद्र सरकार को हमने एक प्रस्ताव भेजा है और अगर वह मंजूर होता है तो एक बोनस भी हम सरकार की और से किसान की दे पाएंगे। हमारी सभी एजैंसियों की तैयारियां पूरी हैं।

प्रश्न : मरकज के लोगों की वजह से जिस तरह से गिनती बढ़ी है उससे भय का माहौल देखा जा रहा है?
उत्तर :
यह सरकार गंभीरता के साथ उसपर उतरी थी। 1300 के लगभग ऐसे लोग आए थे जो मरकज से थे। उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है। 121 लोग ऐसे थे जो हरियाणा में नहीं आए। उनकी जानकारी भी दूसरे राज्यों को दे दी है। उन्हें वहां मॉनीटर किया जा रहा है।

प्रश्न  : आपके भाई दिग्विजय चौटाला ने भी काफी सामाजिक दायित्व  निभाया है। जेजेपी भी इसके लिए काम कर रही है?
उत्तर :
देखिए केवल मात्र एक पार्टी की बात नहींं आज सबकी जिम्मेदारी है। आज जब यह राष्ट्रीय आपदा है तो आज हर शहरी की यह जिम्मेदारी है कि वह कुछ करे। कल चौधरी देवी लाल की पुण्यतिथि है और मैं उनके प्रति एक भक्त से यही आग्रह करूंगा  कि आज अगर आप उन्हें एक मसीहा के तौर पर याद करते हंै क्योंकि विपदा के समय उन्होंने अपनी जमीन दान कर दी थी तो यह प्रण लीजिए कि एक गरीब को अडॉप्ट कर उसके खाने और राशन की व्यवस्था करें।

प्रश्न : आप युवा हैं, जिस तरह की स्थिति पूरी दुनिया सहित देश मे भी बनी है। इस अनुभव को आप किस प्रकार देखते हैं?
उत्तर :
चैलेंजिंग सिचुएशन है कोई सोच नहींं सकता था और मैं तो मानता हूं कि हमारी उम्र के लोगों ने तो कभी भी नहींं सोचा होगा। हम तो पुराने जमाने की बात सुना करते थे कि जब प्लेग आया था। तब एक को जला कर आया करते थे और दूसरा गांव में तैयार मिलता था। आज अमरीका ने इसको लाइटली लिया और आपने देखा कि वहां मौत का आंकड़ा 8 हजार के पार पहुंच गया। दुनिया के अंदर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित लोग आज अमरीका में पाए गए है। स्पेन जिसकी दुनिया मे तीसरे नम्बर की स्वास्थ्य सेवाएं हैं, इटली जो स्वास्थ्य सेवाओं में दूसरे नम्बर पर है वह पूरे तौर पर फेल हो चुके हैं। यह अपने आप मे दर्शाता है कि इस बीमारी से लडऩे के लिए आज हमें अपने हर तरह के तंत्र का इस्तेमाल करना पड़ेगा। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री ने एक बोल्ड स्टैप लिया है जिसके चलते आज भारत सुरक्षित है।

प्रश्न : अमरीकन राष्ट्रपति ने भी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करके उनसे मदद मांगी है?
उत्तर :
हमारी और से मुझे लगता है कि प्रधान मंत्री दुनिया के हर देश को मदद देंगे जितना भारत कर पाएगा हम करेंगे।

Isha